पुलिस को संदेह है कि अजहर ने सऊदी से परिजनों को पैसे ट्रांसफर किए हैं। पुलिस ने उनके बैंक खातों के लेनदेन की पूरी जानकारी मांगी है। पुलिस अफसरों का कहना है कि अजहर का ब?ा भाई जफूद्दीन खान पुलिस विभाग (सीआइडी) में पदस्थ है। जरूरत प?ने पर उससे भी पूछताछ की जाएगी। हालांकि वह अपने परिवार के साथ अलग रहता है। सालों से अजहर से उसका कोई संपर्क नहीं है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में अजहरूद्दीन खान से कई अहम जानकारी मिली है। उसने सिमी नेटवर्क से जु?े कुछ लोगों के नाम बताए हैं। यही नहीं, अक्टूबर 2013 अंबिकापुर में विकास यात्रा के समापन अवसर पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की आमसभा में पुलिस की क?ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण सिमी का आतंकी दस्ता सभा स्थल में घुस नहीं पाया था, इसलिए उन पर हमले की साजिश नाकाम रह गई थी। इसके बाद 14 नवम्बर को रायपुर में मोदी की चुनावी सभा में हमले की पूरी तैयारी की गई थी, लेकिन ऐन वक्त पर दो पिस्टल की डिलीवरी न होने के कारण पूरा प्लान फेल हो गया। वहीं पुलिस ने भी उसी दिन शाम को सिमी के छत्तीसग? चीफ उमेर सिद्दीकी समेत कई साथियों को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस के मुताबिक मोदी की आमसभा में पहले बम ब्लास्ट कर भगद? फैलाने फिर पिस्टल से पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करने की योजना का प्लान अब्दुल्ला उर्फ हैदर अली ने उमेर व अजहरूद्दीन के साथ मिलकर बनाई थी। इसके लिए एक-एक पिस्टल की व्यवस्था अजहरुद्दीन ने उप्र से की थी, दूसरी पिस्टल और विस्फोटक की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी उमेर की थी, लेकिन समय पर हथियार की डिलीवरी न होने के कारण हमले की साजिश नाकाम हो गई थी। विस्फोटक सामान व पिस्टल रायग? से लाया जाना था।
अजहर और शेर अली के खाते में फंडिंग का पैसा जगदलपुर के राष्ट्रीयकृत बैंक में अजहर खान उर्फ केमिकल और शेरअली के संयुक्त नाम पर उमेर ने ही खाता खुलवाया था। इस खाते में सिमी को आर्थिक मदद के लिए 1 लाख 40 हजार रुपये जमा कराया गया था। हालांकि छापेमारी के दौरान उस खाते को पुलिस ने सीज कर दिया था। अजहर ने स्वीकार किया कि इस खाते से कई बार लेन-देन हुआ था। उसने पर्दे के पीछे से सिमी को आर्थिक मदद पहुंचाने वाले के नाम भी बताए हैं। उसने कहा कि वह सऊदी से अफानिस्तान में बसने की तैयारी में था, इसके लिए पैसे की व्यवस्था करने हैदराबाद पहुंचा और पक?ा गया।
मानव बम की ट्रेनिंग में भी था शामिल पूछताछ में पता चला कि बारनवापारा के जंगल में सिमी के ब?े आतंकियों से मानव बम की ट्रेनिंग दस युवाओं ने ली थी। इस ट्रेनिंग में अजहर भी मौजूद था। मानव बम के रूप में युवा ब्रिगेड का इस्तेमाल कहीं न कहीं विस्फोट