पिछले आठ महीने के दौरान जनवरी से अगस्त तक इस साल 19 हजार 668 दस्तावेजों का पंजीयन हुआ है। इसी अवधि में जिले से पंजीयन शुल्क के तौर पर 126 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। वहीं पिछले वर्ष जनवरी से अगस्त 2018 के दौरान 14 हजार 823 दस्तावेजों का पंजीयन और 92 करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ था।
इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 8 माह में ही पंजीयन शुल्क से 72 फीसदी से अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल बीते 8 माह में 4 हजार 845 से अधिक दस्तावेजों का पंजीयन हुआ और पंजीयन शुल्क के रूप में 34 करोड़ रुपए से अधिक की राजस्व प्राप्ति हुई है।