बिलासपुर सीट पर जोगी के 3.23 लाख वोट, उलटफेर में होंगे अहम, अजीत जोगी की नजर
बिलासपुर संभाग पर टिकी है
बिलासपुरPublished: Mar 17, 2019 12:23:13 pm
जोगी कांग्रेस व बसपा प्रदेश की कितनी सीटों पर गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी यह अभी तय नहीं हो पाया है। लेकिन बिलासपुर संभाग की तीन सीटों पर चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है।
बिलासपुर सीट पर जोगी के 3.23 लाख वोट, उलटफेर में होंगे अहम, अजीत जोगी की नजर बिलासपुर संभाग पर टिकी है
बिलासपुर. जोगी कांग्रेस व बसपा प्रदेश की कितनी सीटों पर गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी यह अभी तय नहीं हो पाया है। लेकिन बिलासपुर संभाग की तीन सीटों पर चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है। यह पहला मौका होगा, जब भाजपा व कांग्रेस के बाद तीसरी पार्टी जोगी कांग्रेस भी मैदान में होगी। अब देखना यह है कि तीसरी ताकत की लोकसभा में क्या भूमिका रहेगी। पार्टी के नेता इसको लेकर आश्वस्त हैं कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा में भी बसपा उसके साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हो जाएगी।
पूरा फोकस बिलासपुर संभाग
जकांछ के सुप्रीमो अजीत जोगी का पूरा फोकस बिलासपुर संभाग की तीन सीटों पर रहेगा। बिलासपुर, कोरबा और जांजगीर। इन तीनों सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस-बसपा गठबंधन को आठ लाख 77 हजार से अधिक वोट मिले थे। कोरबा लोकसभा इलाके में आठ विधानसभा हैं। इसमें से छह पर जोगी कांग्रेस और दो पर बसपा चुनाव लड़ी थी। तीन महीने पहले हुए चुनाव में इन आठों सीटों पर गठबंधन को दो लाख छह हजार वोट मिले। कोरबा में कांग्रेस को भाजपा पर 55 हजार मतों की बढ़त मिली थी।
संभाग में काफी प्रभाव रहा है
बिलासपुर लोकसभा इलाके में गठबंधन को तीन लाख 23 हजार और जांजगीर में सर्वाधिक तीन लाख 48 हजार वोट मिले। जांजगीर में छह विधानसभा सीट हैं। इनमें से कांग्रेस, भाजपा और गठबंधन को दो-दो सीटें मिली थीं। पता चला है बिलासपुर संभाग के विधानसभा के नतीजों से उत्साहित जोगी कांग्रेस बिलासपुर, कोरबा और जांजगीर को फोकस करके चुनाव लड़ेगी। कोरबा से तो पार्टी के क्षत्रप पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी मैदान में होंगे। पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा भी कि पार्टी के नेता अजीत जोगी से आग्रह किया है कि वे कोरबा से चुनाव लड़े। वैसे शुरू से जोगी कांग्रेस का बिलासपुर संभाग में प्रभाव रहा है। गठबंधन को जो सात सीटें मिली हैं, उनमे से पांच इसी संभाग की है।
कोरबा इसलिए मुनाफे की सीट
बिलासपुर जोगी का गृह जिला भी है। फिर, उनके कोरबा सीट से चुनाव मैदान में उतरने की एक बड़ी वजह इसमें मारवाही का होना भी है। जोगी मरवाही से ही चौथी बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं। लिहाजा, जोगी कांग्रेस अजीत जोगी के लिए कोरबा सीट ज्यादा मुनाफे की मान रही है। इन तीन में से हो सकता है बसपा से गठबंधन होने पर जांजगीर सीट बसपा को मिल जाए। क्योंकि, जांजगीर में ही बसपा के दो विधायक हैं। बसपा का जांजगीर में प्रभाव भी रहा है।
चुनाव में इनका कितना रहेगा प्रभाव
चार पूर्व विधायकों समेत बड़ी संख्या में जोगी कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शरीक हो गए हैं। दो पूर्व विधायक तो बिलासपुर इलाके के थे। लेकिन, अमित जोगी मानते हैं कि इससे पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सत्ता के लोभ में कुछ नेता पार्टी छोड़कर गए हैं लेकिन, ये न घर के रहेंगे, न घाट के। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी। क्योंकि, पिछली बार टाईम कम मिलने की वजह से हम सिंबॉॅल को सभी लोगों तक पहुंचा नहीं पाए। मगर इस बार हमारे पास पर्याप्त समय है।