विराट के घर के पास रहने वाले बली यादव ने बताया कि घटना से 1 घंटा पहले अपहरण करने वाला चेहरे में गमछा लपेटे युवक शाम 7 बजे से गली में घूम रहा था। वह लगातार मोबाइल फोन पर किसी से बात कर रहा था। गली में उसके संदिग्ध रूप से घूमने पर उसे आशंका हुई थी, लेकिन वह फिर अपने काम में व्यस्त हो गया और इसकी जानकारी दूसरे लोगों को नहीं दे पाया।
किसी से विवाद नहीं
विराट के पिता विवेक सराफ ने बताया कि उनका किसी से विवाद नहीं है। घटना के पीछे कौन लोग है उन्हें नहीं पता है। घटना की सूचना मिलने पर उन्होंने कोतवाली टीआई को सूचना दी थी। देर रात तक उनके पास विराट के संबंध में किसी का फोन नहीं आया था। पुलिस पर भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है। उनका बेटा सही सलामत मिल जाएगा।
मां ने कहा हर हाल में मेरा बच्चा चाहिए
घटना के बाद विराट की मां विभा सराफ का रो-रोकर बुरा हाल था उन्होंने बताया कि मोहल्ले के बच्चों ने विराट के अपहरण होने की जानकारी दी। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है। उनके परिवार की किसी की दुश्मनी नहीं है। विभा हर किसी से बोलती रही कि उन्हें हर हाल में बेटा चाहिए।
घटना के बाद कांग्रेस व भाजपा नेता रात करीब साढ़े 10 बजे विवेक सराफ के घर पहुंचे। इनमें कांग्रेस नेता महेश दुबे, राजेश पांडेय और भाजपा नेता राजू सिंह क्षत्री, घनश्याम कौशिक व अन्य नेता शामिल रहे। सभी नेताओं ने परिजनों को ढांढस बंधाया।
साथ खेल रहे बच्चों ने देखा था आरोपी को
चश्मदीद गवाह नंबर 1- विराट के साथ खेल रहे गली में रहने वाले 9 साल के बच्चे ने बताया कि कबड्डी खेलने के बाद विराट घर जा रहा था। रास्ते में उसे एक चेहरे में गमछा लपेटे अंकल ने रोका। उससे नाम , बड़े भाई का नाम और सरनेम पूछा। विराट ने जानकारी दी तो अंकल ने विराट को कार में जबरदस्ती बैठाया और अपने साथ ले गए।
चश्मदीद गवाह नंबर- 2 गली में रहने वाले 10 साल के दूसरे बच्चे ने बताया कि विराट को जब कार में बैठा कर गमछा लपेटे अंकल लेकर जा रहे थे, तब वह उसका नाम पुकार रहा था। कार में जबरदस्ती बैठाने पर वह रो रहा था। करीब 5 सेकेंड के बीच विराट को कार में सवार तीन लोग ले गए।
गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में दिखी 1 आरोपी की तस्वीर
गली में रहने वाले अधिवक्ता एससी पांडेय के घर बाहर बच्चे खेल रहे थे। यहां की सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग खंगाली गई, जिसमें एक गमछा बांधा युवक मोबाइल पर बात करते हुए विराट को रोकवा कर 10 सेकेंड तक बातें करते दिखा। इसके बाद वह विराट को कार में जबरदस्ती बैठा कर भागते दिखा।
रात 7 बजकर 29 मिनट पर सफेद रंग की वैगनआर कार ने गली में किया प्रवेश।
कुछ देर के बाद कार गली से वापस निकल मुख्य मार्ग पर निकल गई।
रात 8 बजकर 14 मिनट पर वैगनआर कार फिर से गली में घुसी।
रात 8 बजकर 17 मिनट पर विराट को नकाबपोश ने कार में जबरदस्ती बैठाया
8 बजकर 17 मिनट पर कार गली से बाहर निकली और अपहरण कर्ता विराट को लेकर चले गए
जिले भर में नाकेबंदी, फिर भी नहीं मिला सुराग
घटना के बाद अधिकारियों ने जिले के सभी मार्गों पर अपहरणकर्ताओं को पकडऩे के लिए नाकेबंदी की। मुख्य मार्गों के अलावा बिलासपुर रेलवे स्टेशन, उसलापुर रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड में पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों की तलाश की। देर रात तक आरोपियों का सुराग नहीं मिला।
मुख्य मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले
पुलिस ने शहर के मुख्य मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगली। देर रात तक पुलिस को सफेद रंग की वैगनआर कार नहीं दिखी। रात करीब 11 बजे एसपी अभिषेक मीणा पुराना बस स्टैण्ड पहुंचे और अधिकारियों को निर्देश दिए।
प्री प्लानिंग से पहुंचे थे अपहरणकर्ता
बच्चों से बातें सुनने और घटना को देखते हुए गली में रहने वाले आपस में यही चर्चा करते रहे कि घटना को अंजाम देने वाले अपहरणकर्ता प्री प्लानिंग से पहुंचे थे। उन्हे पता था कि विराट किस समय घर से बाहर बच्चों के साथ खेलने जाता है। अपहरणकर्ताओं ने खेल रहे बच्चों में से विराट का नाम पूछा, बड़़े भाई का नाम और सरनेम पूछने के बाद उसे उठाकर ले गए।