ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ.दीपक शर्मा ने बताया कि साल का पहला खगोलिय चंद्रग्रहण १० जनवरी को पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि को घटित होगा। यह चंद्रग्रहण भारत एवं छत्तीसगढ़ में दृश्य होगा। भारत में दृश्य यह चंद्र ग्रहण मिथुन राशि में आद्र्रा एवं पुर्नवसु नक्षत्र में सम्पन्न होगा। इस ग्रहण की शुरुआत रात्रि १० बजकर ३१ मिनट पर होगा। ग्रहण का मोक्ष मध्यरात्रि में २ बजकर ४२ मिनट पर होगा। इस प्रकार ग्रहण की कुल अवधि ४ घंटे ११ मिनट की रहेगी। सूतक चंद्रग्रहण के १२ घंटे के पूर्व प्रारंभ होगी। जो सुबह १० बजकर ३० मिनट से होगा। बालक, वृद्ध एवं रोगियों के लिए सूतक की मान्यता ६ घंटे पूर्व मानी जाती है। मिथुन राशि के जातकों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है। ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद डॉ.उद्धव श्याम केसरी ने बताया कि ग्रहण काल में सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
राशियों पर प्रभाव मेष-कार्यजनित अवरोध क सामना करना पड़ सकता है उच्चस्थ अधिकारियों से सावधानी बरतने की जरूरत। वृषभ-आर्थिक क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जरूरत है स्वास्थ्य का ध्यान रखे। मिथुन-सभी क्षेत्रों में सावधानी बरते सूतक एवं ग्रहण काल में शास्त्रगत मान्यताओं का पालन करे।
कर्क-ग्रहण की घटना लाभकारी हो सकती है शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो सकती है। सिंह-संतान पक्ष विषयक सावधानी बरतने की आवश्यकता है बोलने पर संयम बरते। कन्या-कार्य क्षेत्र एवं सम्पत्ति से संबंधित क्षेत्रों में सोच-समझकर निर्णय ले। नुकासान होने की संभावना प्रतीत हो रही है।
तुला-राजनेताओं से लाभ हो सकता है। धार्मिक क्रिया कलापों को बढ़ावा दे। वृश्चिक-वाहन चलाते समय सावधानी बरते स्वास्थ्य एवं शत्रुओं से बचकर रहे। धनु-पत्नी, कुटुंब एवं पारिवारिक विवादों से बचे। मकर-रोग, ऋण, शत्रु विषयक सावधानी बरतने की जरूतर, यात्रा से बचे।
कुंभ-कार्य क्षेत्र एवं व्यापार में सोच समझकर निर्णय ले। मीन-सामाजिक संबंधों एवं मित्रों से विवाद से बचे।