जिरियाट्रिक अस्पताल में बुजुर्ग लोगों को एक्स-रे के लिए भटकना नहीं पड़े, इसलिए यहां एक्स-रे मशीन स्थापित की गई। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक जब से मशीन खरीदी गई है, तब से इसे इंस्टॉल ही नहीं किया गया है। लाखों रुपए की यह मशीन बिना उपयोग लिए ही गारंटी समय से बाहर हो गई है।
विभाग को पता ही नहीं
पीबीएम अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग के अधीन सभी तरह की एक्स-रे व सोनोग्राफी मशीने हैं। नियमानुसार अगर पीबीएम में कहीं भी कोई सोनोग्राफी व एक्स-रे मशीन स्थापित होती है तो उसकी जानकारी मुख्य विभाग को होना जरूरी है, लेकिन जिरियाट्रिक व हार्ट अस्पताल में स्थापित एक्स-रे मशीनों का उन्हें पता ही नहीं है। विभागाध्यक्ष डॉ. जीएल मीणा का कहना है कि मशीनें कब खरीदी, इसकी कोई जानकारी नहीं है।
सब काट रहे कन्नी
जिरियाट्रिक अस्पताल में एक्स-रे मशीन की अधिकारियों व चिकित्सकों को जानकारी है, इसके बावजूद वे इस मामले में कन्नी काटते नजर आए। जब पत्रिका ने उनसे मशीन के संबंध में जानकारी लेनी चाही तो सब टालमटोल करते रहे। किसी ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं तो किसी ने कहा कि खरीदने वाले ही इसका कारण बता सकते हैं।
यह होगा फायदा
जिरियाट्रिक अस्पताल में अगर एक्स-रे मशीन चालू कर दी जाए तो यहां आने वाले वृद्धजनों के अलावा यूरोलॉजी, हार्ट हॉस्पिटल, मानसिक एवं डायबिटिज सेंटर में आने वाले मरीजों को फायदा हो सकेगा। इन अस्पतालों में आने वाले मरीजों की जांच जिरियाट्रिक अस्पताल में की जा सकेगी।