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खजूर के मूल्य संवर्धन की अपार संभावनाएं

locationबीकानेरPublished: Jul 19, 2019 05:49:03 pm

Submitted by:

Nikhil swami

value addition of dates स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के भारतीय कृषि प्रबंधन संस्थान (आईएबीएम) में खजूर का उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार से प्रारम्भ हुआ।

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बीकानेर. स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के भारतीय कृषि प्रबंधन संस्थान (आईएबीएम) में खजूर का उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार से प्रारम्भ हुआ। राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत आयोजित प्रशिक्षण में कृषि तथा गृह महाविद्यालय एवं आइएबीएम के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए आइएबीएम के निदेशक प्रो. एन.के. शर्मा ने कहा कि खजूर, शुष्क क्षेत्र में स्वास्थ्य और आय की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें मूल्य संवर्धन की अपार संभावनाएं हैं।
गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. दीपाली धवन ने कहा कि खजूर से छुहारा, जेम, कैण्डी, शर्बत, अचार तथा माउथ फ्रेशनर्स आदि बनाए जा सकते हैं। आज राजस्थान के १२ जिलों में खजूर पैदा हो रहे हैं।

खजूर अनुसंधान केन्द्र के प्रो. राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि केन्द्र पर खजूर की ३४ किस्मों पर अनुसंधान हो रहा है। प्रशिक्षण से जुड़े डॉ. नरेन्द्र पारीक ने बताया कि तीन दिनों के प्रशिक्षण के दौरान खजूर के अनुसंधान एवं मूल्य संवर्धन से जुड़े विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। शुक्रवार को विद्यार्थी, खजूर अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण करेंगे।
संभाग के गोशाला व्यवस्थापकों का प्रशिक्षण शुरू
बीकानेर ञ्च पत्रिका. गोपालन विभाग और वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय की ओर से संभाग के गोशाला व्यवस्थापकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार से शुरू हो गया।
प्रशिक्षण के समन्वयक एवं प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. ए.पी. सिंह ने बताया कि बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिलों के ३५ गोशालाओं के व्यवस्थापक प्रशिक्षण में शामिल हुए हैं।
प्रशिक्षण में ११ विषय विशेषज्ञों की वार्ताओं में गोशाला का प्रबंधन, गायों के रखरखाव, नस्लों में सुधार, सक्रांमक बीमारियों से बचाव, संतुलित आहार के साथ ही गोबर और गौमूत्र के मूल्य संवद्र्धन और गोशाला के स्वावलम्बन उपायों की जानकारी दी जाएगी। प्रो. ए.पी. सिंह ने वेटरनरी विश्वविद्यालय की ओर से पशुपालकों के हित में चलाए जा रहे लोक कल्याणकारी कार्यों की जानकारी दी।
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