सीआइ पूनिया ने बताया कि वारदात के बाद घटनास्थल के आसपास मुआयना किया गया।वारदात स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए, जिसमें दो संदिग्ध युवकों की पहचान की गई। दोनों के स्केच बनाकर तलाश की गई। बाद में मुखबिर की सूचना पर वाहिद हुसैन को गिरफ्तार किया।
इसके बाद उसके दूसरे साथी विधि से संघर्षरत बालक को निरुद्ध किया गया। वाहिद ने पूछताछ में चोरी का माल हितेश को देना बताया। हितेश ने चांदी का सामान किसी मासूम मराठा को गलाने के लिए दिया।इस पर पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाले मासूम मराठा को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर गलाई हुई १३ किलो ६०० ग्राम चांदी बरामद कर ली गई।
सीआइ पूनिया ने बताया कि आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। आरोपी के शहर में हुई अन्य नकबजनी की वारदातों में शामिल होने की आशंका है। पुलिस फिलहाल चोरी के शामिल अन्य आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास में लगी हुई है। पुलिस सभी आरोपियों का आपराधिक रेकॉर्ड खंगाल रही है।
सीआइ पूनिया के नेतृत्व में टीम में उपनिरीक्षक महावीर प्रसाद, नवनीत, हैडकांस्टेबल राकेश, रामचन्द्र, अशोक, कांस्टेबल राकेश, हरिराम, जुबेर, राजेश शामिल थे। वारदात को खोलने में उपनिरीक्षक कन्हैयालाल व साइबर सेल के कांस्टेबल दीपक यादव का विशेष योगदान रहा।