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VIDEO : जनप्रतिनिधियों की चुराते थे गाड़ी, तीन गिरफ्तार

locationबीकानेरPublished: Nov 17, 2018 08:13:09 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

कई राज्यों में ६० से अधिक वारदात की सीकर जिले के हैं सभी आरोपित

Thief gang caught

जनप्रतिनिधियों की चुराते थे गाड़ी, तीन गिरफ्तार

बीकानेर. पुलिस की स्पेशल टीम ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। जेएनवीसी थाना पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से चोरी के सात चौपहिया वाहन बरामद किए। गिरोह ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली में वाहन चोरी की ६० से ज्यादा वारदात की। आरोपितों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि गिरोह सरगना सीकर के अजीतगढ़ के सुराणी गांव निवासी सुभाष मीणा पुत्र मालीराम मीणा, देवराला निवासी शिम्भू यादव पुत्र रामनाथ यादव व झाड़ली निवासी बंशी पुत्र बलदेवराम गुर्जर को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पांच बोलेरो और दो थार गाड़ी बरामद की हैं। गिरोह वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट, चैसिस, इंजन नंबर बदलकर बेच देता था। आरोपित गैंग के सदस्य सुराणी निवासी जयराम पुत्र रामस्वरूप मीणा के साथ मिलकर वाहन चोरी करते थे। आरोपितों से और वारदात भी खुलने की उम्मीद है।
एक ही दिन चुराई दो गाडिय़ां
गोदारा ने बताया कि सरगना सुभाष और शंभु जेएनवीसी थाना क्षेत्र निवासी सिद्धार्थ सुराणा के घर के आगे खड़ी महिन्द्रा थार गाड़ी और बख्तावरपुरा हाल तिलकनगर निवासी आसुराम जाट की बोलेरो कैम्पर गाड़ी को २८ सितंबर को चुरा ले गए थे।
सिद्धार्थ लूणकरनसर विधायक मानिकचंद सुराना का पोता है। दो गाडिय़ां चोरी होने पर सीआई मनोज माचरा के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम में सब इंस्पेक्टर कन्हैयालाल, मोटाराम, कांस्टेबल कृष्ण कुमार, संदीप कुमार एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय की साइबर सेल के दीपक यादव शामिल थे।
दो चचेरे भााई चला रहे थे गिरोह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अंतरराज्जीय चोपहिया वाहन चोर गिरोह को दो चचेरे भाई चला रहे थे। तीन-चार चाल से वाहन चुरा रहे दोनों भाइयों ने अपनी गैंग तैयार की और अपने गांव के पास के लड़कों को लालच देकर शामिल किया। सरगना सुभाष मीणा और जयराम रिश्ते में भाई है। सुभाष के ताऊ का लड़का जयराम पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
यूं आए पकड़ में
सीआई माचरा ने बताया कि २७ सितंबर को आरोपित सुभाष, जयराम, शंभु व बंशी बीकानेर आए। आरोपितों के गाडिय़ां चुराकर श्रीडूंगरगढ़, सरदारशहर, पिलानी होते हुए नीमकाथाना व श्रीमाधोपुर जाने का पता चला। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी पहुलओं की जांच कर आरोपितों के चिह्नित किया गया। महीनेभर से आरोपितों की निगरानी की जा रही थी।
बदल देते नंबर प्लेट
पुलिस से बचने के लिए आरोपित चोरी के वाहन की रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट बदल लेते। आरोपित चोरी से पहले एक-दो दिन रैकी करते थे। वे मास्टर चाबी रखते, जिससे चोरी की गाडिय़ां स्टार्ट करते थे।
टीम को देंगे इनाम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले में काफी समय से चौपहिया वाहन चोरी हो रहे हैं। वारदात का खुलासा करने में जेएनवीसी के कांस्टेबल कृष्ण कुमार और साइबर सेल के दीपक यादव की मुख्य भूमिका रही। टीम के सभी सदस्यों को नकद इनाम एवं प्रशंसा-पत्र देकर प्रोत्साहित किया जाएगा।

तीन महीने पहले ही जेल से छूटा था सरगना
सीआई मनोज माचरा ने बताया कि आरोपित सर्वाधिक जनप्रतिनिधियों की गाडिय़ां चुराते थे। आरोपितों ने विधायक सुराना के पोते एवं बेरासर सरपंच की गाड़ी चुराई थी। इससे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री कमला बेनीवाल की गाड़ी भी चुरा चुके हैं। सुभाष को बीछवाल पुलिस ने वाहन चोरी के मामले में पकड़ा और कर जेल भिजवाया था। वह तीन महीने पहले ही जमानत पर बाहर आया था। जेल से छूटते ही वह फिर चोरी करने लगा।
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