बीकानेर में बड़ी तीज पर्व पर बुधवार को जूनागढ़ किले की जनाना ड्योढ़ी से पूर्व राजपरिवार की गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ निकली। जूनागढ़ प्रांगण में गणगौरी प्रतिमा को सलामी दी गई। गाजे-बाजे के साथ निकली सवारी में घोड़े, ऊंट, पालकी आदि शामिल रहे। सवारी चौतीना कुआं पहुंची। यहां गणगौर को पानी पिलाने और भोग समर्पित करने की रस्म का निर्वहन किया गया।
बीकानेर में बड़ी तीज पर्व पर बुधवार को जूनागढ़ किले की जनाना ड्योढ़ी से पूर्व राजपरिवार की गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ निकली। जूनागढ़ प्रांगण में गणगौरी प्रतिमा को सलामी दी गई। गाजे-बाजे के साथ निकली सवारी में घोड़े, ऊंट, पालकी आदि शामिल रहे। सवारी चौतीना कुआं पहुंची। यहां गणगौर को पानी पिलाने और भोग समर्पित करने की रस्म का निर्वहन किया गया।
बीकानेर में बड़ी तीज पर्व पर बुधवार को जूनागढ़ किले की जनाना ड्योढ़ी से पूर्व राजपरिवार की गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ निकली। जूनागढ़ प्रांगण में गणगौरी प्रतिमा को सलामी दी गई। गाजे-बाजे के साथ निकली सवारी में घोड़े, ऊंट, पालकी आदि शामिल रहे। सवारी चौतीना कुआं पहुंची। यहां गणगौर को पानी पिलाने और भोग समर्पित करने की रस्म का निर्वहन किया गया।
बीकानेर में बड़ी तीज पर्व पर बुधवार को जूनागढ़ किले की जनाना ड्योढ़ी से पूर्व राजपरिवार की गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ निकली। जूनागढ़ प्रांगण में गणगौरी प्रतिमा को सलामी दी गई। गाजे-बाजे के साथ निकली सवारी में घोड़े, ऊंट, पालकी आदि शामिल रहे। सवारी चौतीना कुआं पहुंची। यहां गणगौर को पानी पिलाने और भोग समर्पित करने की रस्म का निर्वहन किया गया।
बीकानेर में बड़ी तीज पर्व पर बुधवार को जूनागढ़ किले की जनाना ड्योढ़ी से पूर्व राजपरिवार की गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ निकली। जूनागढ़ प्रांगण में गणगौरी प्रतिमा को सलामी दी गई। गाजे-बाजे के साथ निकली सवारी में घोड़े, ऊंट, पालकी आदि शामिल रहे। सवारी चौतीना कुआं पहुंची। यहां गणगौर को पानी पिलाने और भोग समर्पित करने की रस्म का निर्वहन किया गया।