सूत्रों के अनुसार बीकानेर आगार में निरीक्षकों के करीब 10 पद रिक्त पड़े हैं। हर रूट पर बसों की जांच के लिए निरीक्षक जरूरी है, लेकिन खाली पदों के कारण जांच काम प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में बीकानेर में ११८ बसें चल रही है। इसमें 75 रोडवेज की और 43 अनुबंधित बसें शामिल है।
यह होता है काम
रोडवेज की बसों रूट पर अचानक पहुंचकर जांच करने का काम निरीक्षक का होता है। परिचालक ने बस में सभी यात्रियों को टिकट
दिया या नहीं, निर्धारित किराए से अधिक की वसूली तो नहीं हो रही, बसें निर्धारित स्थानों पर ठहरती है या नहीं, यह काम निरीक्षकों के जिम्मे है।
10 बसें नाकारा
रोडवेज ने हाल ही अपने बेडे से 10 बसों को नाकारा घोषित कर रूटों से हटा लिया है। पहले जहां 128 बसें चल रही थी, अब 118 बसें ही रह गई हैं। नाकारा बसें फिलहाल वर्कशॉप में खड़ी हैं, जल्द ही इन्हें केन्द्रीय कार्यशाला भेजा जाएगा।
मुख्यालय को बता चुके निरीक्षकों की कमी के कारण खुद को भी वाहन निरीक्षण करना पड़ रहा है। अलग-अलग रूटों पर जाकर बसों की जांच करनी पड़ती है। मुख्यालय को रिक्त पदों के बारे में बता दिया गया है।
इंद्रा गोदारा, आगार प्रबंधक
वीवीपैट के प्रयोग की प्रणाली समझाई बीकानेर. वीवीपैट के प्रति आम मतदाताओं में जागरूकता के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई गई है। जिला कलक्टर डॉ. एन के गुप्ता ने मंगलवार को राजकीय महारानी सुदर्शन उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय में वीवीपैट प्रदर्शन का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने जिले में पहली बार ईवीएम के साथ वीवीपैट के प्रयोग की कार्य योजना बनाई है।
उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन विभाग द्वारा स्वीप कार्यक्रम के तहत इन मशीनों को प्रदर्शित कर मतदाताओं को प्रशिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है जिससे मतदाता अपने द्वारा किया जाने वाले मतदान के प्रति आश्वस्त हो सके। उन्होंने इसका अधिकाधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। स्वीप के सहायक प्रभारी अधिकारी राजेन्द्र जोशी ने बताया कि ईवीएम व वीवीपैट की जानकारी एवं जागरूकता के लिए जिला, ब्लॉक एवं तहसील स्तर पर प्रदर्शन की व्यवस्था की गई। इसके माध्यम से सैंकड़ों लोगों को वीवीपैट व ईवीएम की जानकारी लेने का अवसर प्राप्त होगा।