प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के गणना कक्ष में एक साथ १५ टेबल लगाई जाएंगी। इन टेबलों पर ईवीएम मशीनों को मतगणना के लिए रखा जाएगा। बीकानेर पूर्व और पश्चिम विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशियों के परिणाम पॉलीटेक्निक कॉलेज के भूतल तथा शेष ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम कॉलेज की ऊपरी मंजिल में घोषित होंगे। टेबल पर रखी सभी मशीनों की प्रक्रिया पूरी होने के बाद गिनती का एक राउंड पूरा होगा। इसके बाद प्रत्याशियों और ईवीएम मशीनों की संख्या के आधार पर राउण्ड तय होंगे।
बीकानेर. जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि विधानसभा सीटों की मतगणना पर अधिकारियों और कर्मचारियों के बड़े लवाजमे की निगाह रहेगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए पांच सौ कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिले में कुल १५ लाख ६७ हजार ७०८ मतदाताओं में से ११ लाख ७९ हजार ५८० मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। मतदान का प्रतिशत ७५.२४ रहा था।
खास सीटों पर एक नजर
बीकानेर पश्चिम से लगातार दो बार विधानसभा चुनाव की हार के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. बीडी कल्ला और लगातार दो बार से चुनाव जीत रहे भाजपा के प्रत्याशी डॉ. गोपाल जोशी की हैट्रिक का फैसला भी इसी परिणाम में आने वाला है।
पूर्व विधानसभा में कांग्रेस की ओर से नोखा से लाकर मैदान में उतारे प्रत्याशी कन्हैया लाल झंवर और दो बार से विधानसभा चुनाव जीत रही भाजपा की सिद्धि कुमारी की जीत-हार को लेकर भी उत्सुकता चरम पर है।
इस विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा की ओर से देवीसिंह भाटी की जगह उनकी पुत्रवधू पूनम कंवर को चुनाव में उतारने के प्रयोग का फैसला सामने आएगा। यहां कांग्रेस के भंवर सिंह भाटी भी दूसरी बार विधायक बनते हैं या नहीं, इस पर सबकी नजर है।
इस विधानसभा क्षेत्र में लगातार दो बार से भाजपा के टिकट पर विधायक बने डॉ. विश्वनाथ मेघवाल की हैट्रिक भी चुनावी नतीजे तय करेंगे। वहीं कांग्रेस के गोविन्दराम मेघवाल के लिए भी फिर से स्थापित होने के लिए यह निर्णायक चुनाव साबित होने वाला है।
यहां भाजपा के ताराचंद सारस्वत और कांग्रेस के मंगलाराम गोदारा की किस्मत का फैसला होने के साथ ही माकपा की राजस्थान विधानसभा में सीटों की ताकत का निर्णय भी गिरधारी महिया को मिले वोटों से तय होना है।
विधानसभा क्षेत्र में माणिकचंद सुराणा के हटने से कांग्रेस के वीरेन्द्र बेनीवाल और भाजपा के सुमित गोदारा पर सबकी नजरें टिकी है। नोखा
कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरों की दौड़ में शामिल रहे नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की प्रतिष्ठा भी नोखा विधानसभा क्षेत्र में दावं पर है। यहां से कन्हैयालाल झंवर को मैदान से हटाने का दाव कांग्रेस के लिए कितना फायदेमंद साबित होगा यह भी इस परिणाम में सामने आएगा। वहीं भाजपा के बिहारी बिश्नोई का राजनीतिक कॅरियर भी इस चुनाव में निर्णायक मोड़ पर है।