केस : १ नाम : मोहम्मद उस्मान
पेशा : रेलवे में नौकरी राशन का उठाव : कार्ड संख्या १०३४०१०१६४६८ से अगस्त-२०१६ से दिसम्बर-२०१७ तक ३ क्विंटल ७५ किलो गेहूं उठाया गया। चीनी और केरोसिन भी उठाया गया।
हैरत की बात : मोहम्मद उस्मान के एक नहीं, दो राशन कार्ड बने हैं। दूसरा कार्ड १०३४०१०१६६७३ भी चालू है, जबकि उन्होंने राशन कार्ड बंद करने का आवेदन रसद विभाग को दे दिया था। उस्मान ने कहा उसने राशन नहीं उठाया।
केस : २ नाम : बच्छराज कोठारी
पेशा : वकालात राशन का उठाव : कार्ड संख्या १०३४०३६००७७७ से दिसम्बर-२०१६ से १७ फरवरी-२०१९ तक ५ क्विंटल ४० किलो गेहूं उठाया गया।
हैरत की बात : बच्छराज कोठारी पेशे से वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। आयकर रिटर्न भरते हैं। इनका एपीएल कार्ड है, लेकिन राशन कार्ड राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा में दर्ज है। इन्होंने रसद विभाग को कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए थे। इनके राशन कार्ड से फर्जी आधार लिंक होने का अंदेशा।
केस : ३ नाम : जेठमल पेड़ीवाल
पेशा : व्यापार राशन का उठाव : राशन कार्ड संख्या १०३४००९१६५८३ से अगस्त-२०१६ से ३० सितम्बर-२०१७ तक २५० किलो गेहूं, चीनी और केरोसिन लिया गया।
हैरत की बात : कार्ड धारक करदाता की श्रेणी में आता है। राशन उठाव से अनभिज्ञ है। राशन कार्ड से फर्जी आधार नम्बर लिंक होने की आशंका।
केस : ४ नाम : श्रवण कुमार पेड़ीवाल
पेशा : व्यापार राशन का उठाव : ३१ अगस्त, २०१६ से ८ फरवरी, २०१९ तक
हैरत की बात : श्रवण कुमार पेड़ीवाल राशन निकलने की बात से अनभिज्ञ हैं। राशन कार्ड में फर्जी आधार लिंक की आशंका।
इनके कार्ड में भी सेंधमारी दाऊजी रोड के पास रहने वाले भालेन्द्र नाथ के कार्ड संख्या १०३४०१२१६२९८ से अक्टूबर-२०१६ से जनवरी-२०१९ तक ४.५ क्विंटल गेहूं उठाया गया। हैरानी की बात यह कि भालेन्द्र नाथ के दो राशन कार्ड बने हैं, दूसरे कार्ड संख्या १०३४०१२१५७३८ से २१ अगस्त, २०१६ से २२ जून, २०१७ तक २.७५ क्विंटल गेहूं उठाया गया। भालेन्द्र नाथ के दोनों कार्ड चालू हैं। बीकानेर के ही भत्तमल पेड़ीवाल के राशन कार्ड संख्या १०३४००९१६५८८ से अगस्त-२०१६ से १७ फरवरी, २०१९ तक ४३ लीटर केरोसिन, ३ क्विंटल ६० किलो गेहूं का उठाव हुआ, जबकि पेड़ीवाल रिटर्न भरते हैं। इनके राशन कार्ड से भी फर्जी आधार लिंक कर राशन उठाने की आशंका है।
राशन घोटाले के इस खेल को शहर के कुछ उचित मूल्य दुकानदार बारी-बारी से अंजाम दे रहे हैं। राशन उठाने के ऑनलाइन आंकड़े देखें तो एक राशन कार्ड पर कई उचित मूल्य दुकानदारों ने सेंधमारी की है। मजे की बात यह है कि राशन घोटालों के आरोप में रसद विभाग के कई अधिकारियों को इधर-उधर किया जा चुका है। इसके बावजूद राशन घोटालों का खेल थम नहीं रहा है। सूत्रों ने बताया कि राशन घोटाले में लिप्त दुकानदारों की रसद अधिकारियों से नजदीकी भी है।
करवाएंगे जांच गरीबों के नाम मिलने वाले राशन पर अगर कहीं सेंधमारी हो रही है तो संबंधित उचित मूल्य दुकानदार या इसमें लिप्त अन्य व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार के प्रकरणों की गहनता से जांच करवाई जाएगी।
कुमार पाल गौतम, जिला कलक्टर, बीकानेर