लोगों में सौ रुपए के नए नोट को लेकर उत्सुकता भी है। एसबीआइ और विभिन्न बैंक शाखाओं में ग्राहक नए नोट की मांग करने लगे हैं। एसबीआइ की पब्लिक ब्रांच में तो सैकड़ों लोग केवल नया नोट आने की जानकारी लेने ही पहुंच रहे हैं। एसबीआइ के उच्चाधिकारियों की मानें तो अगले सप्ताह तक सौ रुपए के नए नोटों की खेप मिल सकती है। माना जा रहा है कि पहले खेप में आरबीआई करीब सौ करोड़ रुपए भेज सकता है। अगली खेप में और रुपए पहुंचाए जाएंगे।
पुराने-नए नोटों में अंतर
सौ रुपए के नए नोट के छोटे आकार को लेकर बैंक कर्मचारियों को चिंता सताने लगी है। असल में पुराने और नए नोट के आकार में खासा अंतर है। इस वजह से नया नोट बैंक की एटीएम में नहीं डाले जा सकेंगे। इनका वितरण बैंक शाखाओं से ही हो सकेगा। बीकानेर जिले में ५२४ एटीएम हैं, जहां से सौ रुपए का नया नोट ग्राहक नहीं निकाल पाएंगे।
सौ रुपए के नोट का इतिहास नए नोट और डाक टिकटों का संग्रह करने वाले भारत भूषण गुप्ता बताते हैं कि सौ रुपए के नोट में यह सातवां बदलाव है। इससे पूर्व छ: बार बदलाव हो चुके हैं। गुप्ता ने बताया कि नया नोट बैंगनी रंग और आधुनिक सुरक्षा फीचर्स की खूबियों से लैस होगा। इसमें उपयोग की गई सारी सामग्री भारत में ही बनी है। नोट की छपाई आकर्षक और इतिहास को दर्शाने वाली है।
उन्होंने बताया कि पहला नोट ९ जनवरी १९५० को जारी किया गया था। इसका आकार १०९ गुणा १७२ एमएम था। इसके बाद सौ रुपए के क्रमश: १६ दिसम्बर १९६०, १७ अप्रेल १९६७, २ अक्टूबर १९६९, २४ सितम्बर १९७०, २६ मार्च १९७५ तथा सातवीं बार ३० अगस्त २०१८ को जारी किया गया। वर्तमान नोट का आकार महज ६६ गुणा १४० एमएम ही रखा गया है।
आरबीआइ को बीकानेर जिले की बैंक शाखाओं की मांग के अनुसार करीब ७६० करोड़ रुपए के नए नोटों की डिमांग की है। अगले सप्ताह तक सौ रुपए के नए नोट की खेप मिलने की उम्मीद है। फिलहाल दिल्ली और जयपुर में ही नए नोट की आपूर्ति शुरू हुई है। नोट मिलने के बाद इसका वितरण बैंक शाखाओं में ही किया जाएगा। एटीएम से फिलहाल इसे नहीं निकाल पाएंगे।
बिपिन गुप्ता, डीजीएम एसबीआइ, पीपी ब्रांच बीकानेर