श्रीगंगानगर से सूरतगढ़, सूरतगढ़ से बीकानेर एवं बीकानेर से नागौर तक ३६० किमी लम्बे इस मार्ग की चौड़ाई एक समान होगी। सार्वजनिक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ६० मीटर भूमि में सड़क का निर्माण होगा। पूरे रास्ते सड़क के बीच करीब ५ मीटर चौड़ाई का डिवाइडर भी बनेगा। इसमें सौन्द्रयकरण के लिए पौधे लगेंगे। वर्तमान में सड़क के लिए ४५ मीटर भूमि अधिग्रहण की हुई है। इसमें से ८ मीटर चौड़ाई में सड़क बनी है। नये निर्माण के लिए १5 मीटर भूमि का अधिग्रहण और किया जाएगा। सड़क पर सभी छोटे-बड़े पुलों की चौड़ाई भी बढ़ाकर नया निर्माण होगा। कम्पनी ने ५ अप्रेल से कार्य भी प्रारम्भ कर दिया है। प्रोजेक्ट बनाने का कार्य डेढ़ वर्ष में पूर्ण होगा।
अधिग्रहित भूमि का मिलेगा मुआवजा
सड़क के दोनों तरफ जो भूमि अधिग्रहित होगी उसका सरकार द्वारा सम्बन्धित मालिक को मुआवजा भी दिया जाएगा। यह मुआवजा कितना व किस दर से होगा यह फिलहाल तय किया जाना शेष है। फोरलेन बनने के बाद इस सड़क से गुजरने वाले वाहनों का समय भी बचेगा। डिवाइडर होने से जहां आवागमन सुरक्षित होगा वहीं हादसों पर भी अंकुश लगेगा।
कार्ययोजना पर काम
&सरकार ने इस सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव दिया है। फिलहाल निर्माण के लिए स्टडी व डीपीआर बनाने का कार्य चल रहा है। निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण, मुआवजा आदि के लिए कार्ययोजना बनाने का काम चल रहा है।
जगतसिंह, अधिशाषी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग हाइवे।
&सरकार ने इस सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव दिया है। फिलहाल निर्माण के लिए स्टडी व डीपीआर बनाने का कार्य चल रहा है। निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण, मुआवजा आदि के लिए कार्ययोजना बनाने का काम चल रहा है।
जगतसिंह, अधिशाषी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग हाइवे।