बिजली कम्पनी बीकेईएसएल के सौमाल्या चक्रवर्ती ने रिपोर्ट में बताया कि १७ जुलाई को डिवीजन चतुर्थ कार्यालय की विजिलेंस टीम जांच के लिए गई थी। टीम में जेईएन प्रियंका सिंह, प्रेमकुमार गहलोत, अब्दुल हाकिम, इम्तियाज, नबी हसन, नरपत और चालक व गार्ड थे।
टीम चौखूंटी बड़ी कर्बला के पास नूर मोहम्मद व मोहम्मद जफर के घर जांच कर रही थी। इस दौरान इसी घर में रहने वाले लोग अब्दुल हाकिम, नरपम एवं इम्तियाज से मारपीट करने लगे। आरोपी तीनों कार्मिकों को जबरन घर में खींचकर ले गए और बंद कर दिया।
मारपीट मकसूद, शिवदान व रमेश ने की। बाद में पुलिस ने कार्मिकों को छुड़वाया। सीआइ धर्म पूनिया ने बताया कि आरोपी तीनों युवकों को फिलहाल शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। वहीं चौखूंटी फाटक के पास रहने वाली महिला ने रिपोर्ट में बताया कि १७ जुलाई की सुबह वह साढ़े आठ बजे घर के आंगन में बनी कुंडी के पास नहा रही थी।
तभी पांच आदमी दरवाजा खोलकर अंदर आ गए। उन्हें बाहर जाने को कहा, लेकिन वे नहीं गए। एेसे में उसने शोर मचाया तो शिवदान भागकर आया। उसने पांचों को पकड़ा और घर से बाहर निकाला। घर से निकलते समय बिजली कार्मिकों ने बिजली के मीटर की सील तोड़ दी।
मोहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए, तब आरोपियों ने धमकी दी कि कहीं शिकायत की तो सभी घरों से मीटर उखाड़कर ले जाएंगे। इसके बाद कार्मिक वहां से भाग गए। बाद में अभियंता प्रियंका सिंह व पुलिस ने पहुंच कर मामला शांत कराया।