आइजी ने कहा कि संभाग के कई थानों में नफरी कम है, जिससे पुलिस का काम सुरक्षा, गश्त सहित अन्य जरूरी काम प्रभावित होते हैं, इसलिए नफरी को पूरा किया जाएगा। जिले के पुलिस अधीक्षक सभी थानों में नफरी का रिकॉर्ड लेकर जहां ज्यादा नफरी की कमी है, उन्हें व्यवस्थित करें।
डॉ. मीणा ने कहा कि थानों कई लंबित मामले पड़े हैं। ऐसे मामलों का चयन करें। लंबित मामलों के कारण व कमियों को खोजकर पूरा करें। थानों में पेंडेंसी कम करें। साथ ही थानों में आने वाले परिवादी को न्याय मिले और सद्व्यवहार हो ऐसी व्यवस्था करें। वर्तमान समय में पुलिस जवानों की ट्रेनिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें। मादक पदार्थ व हथियार तस्करी रोकने के लिए योजनाबद्ध काम करें। आइजी डॉ. मीणा ने कहा कि चारों जिलों के पुलिस अधीक्षक आपसी तालमेल बनाकर मादक पदार्थों के साथ-साथ हथियार तस्करी, संगठनात्मक अपराधों पर अंकुश लगाए। विशेष टीमें गठित करें। दूसरे राज्यों की पुलिस से तालमेल और मुखबिर तंत्र को मजबूत करें। बाहरी अपराधियों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए मुखबिरों को सतर्क करें। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा, श्रीगंगानगर एसपी हेंमत कुमार शर्मा, हनुमानगढ़ एसपी कालूराम रावत, चूरू एसपी भी मौजूद थे।