बता दें कि इससे पहले 3 जुलाई 2020 को सीएमओ कार्यालय के पीछे खुद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों ने दर्जनों यूज की पीपीई किटों को फेंक दिया थी। पत्रिका ने जब मामले को प्रमुखता से उठाया तो सीएमओ सुबोध कुमार ने कार्रवाई की बात कही थी। लेकिन फिर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
उधर, दोबारा मामला सामने आने पर सीएमओ ने कहा कि यह गलत है। इससे महामारी फैलने का खतरा है। हमने जिले के सभी कर्मचारयों अधिकारियों को मीटिंग करके बता दिया है कि इसको किस तरह से कहाँ डिस्ट्रॉय करना है। कुछ स्वास्थ्य कर्मचारियों की शिकायत मिली है। जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।