भुवनेश्वर के साथ ही वाराणसी, अमृतसर, त्रिची, इंदौर और रायपुर एयरपोर्ट हैं। भुवनेश्वर एयरपोर्ट का नाम स्वर्गीय बीजू पटनायक के नाम पर है जो ओडिशा के मुख्यमंत्री और लोकप्रिय लीडर रहे हैं। वह नवीन पटनायक के पिता हैं। बीजू खुद भी पायलट थे और कई रोमांचक उड़ाने भर चुके थे। राज्य तीव्र विकास तथा औद्योगिकीकरण की संभावना के मद्देनजर इस एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की योजना प्रस्तावित है।
भुवनेश्वर एयरपोर्ट के विस्तार के लिए सरकार जमीन अधिग्रहण की योजना पर भी काम कर रही है। बीते नौ साल से यहां अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने चल रही हैं। इसमें 50 करोड़ डॉलर निवेश की योजना है। यह रकम बढ़ाई भी जा सकती है। एयरपोर्ट को नये तरीके से विकसित करने के लिए इसमें अंतर्राष्ट्रीय मानक की कई सुविधाएं जोड़ने की भी योजना है जैसे एक्सरे मशीन, एयरोब्रिज आदि। यह एयरपोर्ट बोइंग 747 विमान को भी यह संभाल सकेगा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने भुवनेश्वर एयरपोर्ट के निजीकरण की योजना को स्वीकृति देकर आगे बढ़ाया है। कैबिनेट एप्रूवल के बाद एयरपोर्ट की नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस वित्तीय साल तक नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि नीलामी से भारी राजस्व आएगा।