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पीएम ने जनता के सामने लगाई रक्षा की गुहार,बोले-मोदी खतरे में है, लोग पीछे पड़े हैं, आप नहीं बचाएंगे कौन बचाएगा

locationभुवनेश्वरPublished: Jan 15, 2019 03:14:27 pm

पीएम मोदी बलंगीर सभा में नए अंदाज में नजर आए, मोदी ने सभा में विरोधी दलों पर बिना नाम लिए हल्केफुल्के राजनीतिक हमले किए पर उनका ध्यान विकास पर केंद्रित रहा…

pm modi

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(बलंगीर): बीते 21 दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्वी भारत के राज्य ओडिशा में तीसरी जनसभा बलंगीर में हुई। मोदी ने इस सभा में आदिवासियों को लुभाने की कोशिश की। उन्होंने आदिवासी खेल प्रतिभाओं को और भी निखारने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा इसके लिए उनकी सरकार आदिवासी बहुल जिलों में 5-5 करोड़ रुपये अलग से आवंटित करेगी। उन्होंने कहा कि नए ओडिशा का अध्याय नए भारत के अध्याय के साथ ही शुरू हो गया है। इस भाषण में खास बात यह कही कि कालाबाजारी बंद करने, बिचौलियों का रैकेट समाप्त करने के कारण लोग मोदी की जान के पीछे पड़ गए। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसे में मोदी की रक्षा कौन करेगा? लोग एक स्वर में बोले हम। वह बोले चौकीदार को हटाने के लिए कुछ लोग एक हो रहे हैं। मोदी को बचाना आपका काम है।


राजनीतिक हमलों की बजाए विकास पर रहा ध्यान केंद्रित

मोदी ने बलंगीर में हुई सभा में विरोधी दलों पर बिना नाम लिए हल्केफुल्के राजनीतिक हमले किए पर उनका ध्यान विकास पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा कि बीते तीन बार उनके ओडिशा के दौरे में उन्होंने 20 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं की शुरुआत की। कुछ के उद्घाटन भी किए। उन्होंने हाथ पर हाथ मारते हुए ओडिशा की जनता से सवाल किया कि किसी भी केंदीय सरकार ने इतने कम समय में इतनी बड़ी रकम की परियोजनाएं किसी राज्य को दी हैं? उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत और ओडिशा के विकास के लिए प्रयास जारी हैं।


बिना पढ़े लिए ओडिशा की नामी हस्तियों के नाम

मोदी ने कहा कि ओडिशा तो वैसे ही हर प्रकार के पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र रहा है। बीते साढ़े चार सालों से केंद्र सरकार धरोहरों और आस्था के स्थलों को विकसित करनें में जुटी है। मोदी ने भाषण की शुरुआत में पश्चिमी ओडिशा की नामचीन हस्तियों के नाम लिए। खास बात यह रही कि वह बिना पढ़े ये नाम ले रहे थे। मोदी, मोदी, मोदी की गूंज होते समय कुछेक सेकेंड के लिए वह खामोश हो जाते थे। दस प्रतिशत आरक्षण का जिक्र किया तो उनके समर्थन के गूंजने लगे। इस दौरान मोदी कुछ सेकेंड के लिए शांत रहे। उन्होंने जनसभा में आए लोगों से सवाल पूछा, भारत सांस्कृतिक रूप से दुनिया का सिरमौर है कि नहीं? सभ्यता से समृद्धि, ज्ञान से विज्ञान तक भारत अलख जगाते हुए श्रेष्ठता की नई उँचाइयां नाप रहा है कि नहीं? यह सब केंद्र सरकार कर रही है।


राज्य सरकार को मिला पैसा पर नहीं कर रही खर्च:— मोदी

उनके भाषण में पर्यटन विकास, मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों का नवीनीकरण, सुंदरीकरण, आधारभूत ढांचा की मजबूती और पुरातन पहचान का आधुनिकता से संगम की बात पुरजोरी से रखी। बिना नाम लिए केंद्र की तत्कालीन सरकार यूपीए सरकार की अकर्मण्यता पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व की सरकार के मुकाबले उनकी सरकार ने ओड़िशा में पांच गुना ज्यादा काम किया। ओडिशा सरकार पर कहा कि केंद्र ने खनन कानून में परिवर्तन करके जिला मिनिरल फंड बनाया। इससे ओडिशा सरकार को चार हजार करोड़ रुपया मिला पर खनन क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोग आज भी बहुत गरीब और पिछड़े हैं। यह सरकार पैसा ही नहीं खरच कर रही है। वह राज्य सरकार को सलाह देते हैं कि भाई चुनाव का इंतजार न करो, पैसा खरच करो।


उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 6 करोड़ राशन, गैस कनेक्शन आदि रद्द करके फर्जीवाड़ा दलालों का वर्चस्व खत्म कर दिया। देश का 90 हजार करोड़ रुपया बचाया। ओडिशा में बीजेडी की राजनीतिक मजबूती सस्ता चावल बताया जाता है। तो इस पर भी बोले कि सरकार 25 से 30 रुपाय किलो चावल खरीदती है और गरीबों के लिए तीन रुपये किलो राज्यों को देती है।


पीएम ने दी 1,545 करोड़ की सौगात

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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,545 करोड़ की परियोजनाएं ओडिशा को दी। सोनपुर केंद्रीय विद्यालय के स्थायी भवन की आधारशिला रखी। एमएमएलपी का निर्माण सौ करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है और इससे आयात-निर्यात और घरेलू माल ढुलाई में सहूलियत होगी। यह हावड़ा-मुंबई लाइन पर स्थित है, जो झारसुगुडा रेलवे स्टेशन से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके आसपास स्टील, सीमेंट, कागज सहित कई महत्पूर्ण उद्योग स्थित हैं और इन उद्योगों को एमएमएलपी से लाभ मिलेगा। 15 किलोमीटर लंबा बलांगीर-बिचुपली नया रेल लाइन तटीय ओडिशा को राज्य के पश्चिमी हिस्से से जोड़ेगा। इससे भुवनेश्वर और पुरी जैसे बड़े शहरों से नई दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा समय में कमी आएगी।

 

प्रधानमंत्री 813 किलोमीटर लंबे झारसुगुडा- विजयनगरम रेलमार्ग और संबलपुर-अंगुल लाइन के विद्युतीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 1085 करोड़ रुपये की लागत से इन परियोजनाओं को पूरा किया गया है। परियोजनाओं में एक रेलवे लाइन और एक राजमार्ग बाईपास परियोजना शामिल है। ओडिशा के झारसुगुडा में प्रधानमंत्री मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) और अन्य विकास परियोजनाओं की शुरुआत की और इसके अलावा वह बलांगीर और बिचुपली के बीच एक नये रेलवे लाइन की भी शुरुआत की।


इसके अलावा प्रधानमंत्री केरल में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 66 पर कोल्लम बाइपास का उद्घाटन किया। यह 13 किलोमीटर लंबा दो लेन का बाईपास है और अष्टमुडी झील पर इसमें तीन बड़े पुल बने हुए हैं। इस परियोजना से अलपुझा और तिरूवनंतपुरम के बीच यात्रा समय में कमी आएगी और कोल्लम शहर में यातायात भीड़भाड़ कम होगा। तिरूवनंतपुरम में मोदी पद्मनाभस्वामी मंदिर में दर्शन करेंगे और वहां श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए बनने वाले स्थान की पट्टिका का अनावरण करेंगे।

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