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भुवनेश्वर प्रसूता को भर्ती नहीं करने पर चिकित्सा अधिकारी निलंबित

locationभुवनेश्वरPublished: Oct 14, 2019 07:31:52 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

राज्य सरकार ने प्रसूता को अस्पताल से निकालने के मामले में जिला कलक्टर को नोटिस और सुंदरगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निलंबित कर दिया है। फुटपाथ पर एक प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया, भर्ती नहीं किया गया।
 
 

भुवनेश्वर प्रसूता को भर्ती नहीं करने पर चिकित्सा अधिकारी निलंबित

भुवनेश्वर प्रसूता को भर्ती नहीं करने पर चिकित्सा अधिकारी निलंबित

भुवनेश्वर( महेश शर्मा ): राज्य सरकार ने प्रसूता को अस्पताल से निकालने के मामले में जिला कलक्टर को नोटिस और सुंदरगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निलंबित कर दिया है। शहर के फुटपाथ पर एक प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। इस प्रसूता को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। इस मुदïदे पर किरकिरी होने के बाद नवीन पटनायक सरकार ने जिला कलक्टर निखिल पवन कल्यान को नोटिस थमा दिया। साथ ही मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी पंकज पटेल को निलम्बित कर दिया।

सुदंरगढ़ का सरकारी अस्पताल
सुंदरगढ़ जिला अस्पताल में घोर लापरवाही पाए जाने पर प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कल निलंबित कर दिया गया। जिला कलक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस कार्रंवाई से जन सुविधाओं पर लापरवाही बरतने वाले विभागों के अफसरों पर नवीन सरकार की सख्ती से जनता के बीच सख्त संदेश गया है। सुंदरगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का निलंबन, जिलाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाने से इस सख्ती की शुरुआत की गयी है। मो सरकार की घोषणा के बाद भी स्वास्थ विभाग में लापरवाही का पहला उदाहरण तो यही था कि भुवनेश्वर स्थित सरकारी अस्पताल में एक प्रसूता ने फुटपाथ ने बच्चे को जन्म दिया। इस प्रसूता को लेबर रूम से लौटा दिया गया था। सरकार की 5टी मंत्र की टीम के अफसर राज्यव्यापी दौरे पर हैं।

5 टी टीम
पटनायक ने अपनी सरकार को जनता के द्वार तक पहुंचाने के लिए 5टी का मंत्र दिया है जिसका अर्थ ट्रांसपेरेंसी, टीमवर्क, टेक्नोलॉजी, टाइम और ट्रांसफार्मेशन। 5 टी के लिए पटनायक ने अपना सबसे विश्वासपात्र अधिकारी वीके पांडियन को प्रभार सौंपा। वह अपने कार्य के साथ ही 5 टी सचिव कहे जाने लगे। पटनायक ने मो सरकार की शुरुआत दो अक्टूबर को की थी। तब उन्होंने भुवनेश्वर के सरकारी अस्पताल से फोन पर लोगों की कॉल अटैंड की और जवाब दिया।

डॉक्टरों का इंकार
इसी अस्पताल में 11 अक्टूबर को एक प्रसूता को लेबर रुम में प्रवेश नहीं दिया गया था। नतीजतन उसने फुटपाथ पर शिशु को जन्म दिया। लोगों ने 5टी योजना पर सवाल उठाने खड़े कर दिए। पेट में दर्द के कारण उसे रात में परिजन अस्पताल लाए थे। हालांकि डाक्टरों ने लेबर रूम से लौटाने की बात से इंकार कर दिया है। इस घटना के बाद फोकस स्वास्थ सेवाओं पर है। सीएम के निर्देश पर 5टी के प्रभारी सचिव पांडियन के साथ टीमों ने कोरापुट, मलकानगिरि, नवरंगपुर, बौद्ध, क्योंझर, सुंदरगढ़ आदि जिलों का दौरा किया है।

निलंबन व नोटिस न्यायोचित
पांडियन का कहना है कि मो सरकार के उद्देश्य के विपरीत काम करने वाले अधिकारी कर्मचारी बख्शे न जाएंगे। हालांकि अधिकारियों ने निलंबन और कारण बताओ नोटिस को न्यायोचित ठहराते हुए कहा कि अस्पतालों में अभी सर्विस वांछित जरूरतों के मुताबिक नहीं हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी पंकज पटेल ने कहा कि उन्होंने कोई लापरवाही नहीं की। एक-एक मरीज की केयर की जा रही है।

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