ममता की धरना राजनीति को विपक्षी दलों का भरपूर समर्थन मिला था। हालांकि बीजेडी के एक प्रवक्ता ने सीबीआई प्रकरण में पार्टी के ममता बनर्जी के साथ खड़े होने की बात कह दी थी। लोकसभा में बीजेडी के भर्तर्हरि महताब ने भी अपने भाषण के दौरान कुछ ऐसे ही संकेत दिए थे। पर बाद में बीजेडी ने एक बयान जारी करके यह कहा कि वह सीबीआई की इस कार्रवाई के पक्ष में नहीं है। सीबीआई की कार्यशैली पर पार्टी का बयान ओडिशा के संदर्भ में था। कोलकाता में धरना स्थल पर प्रेसवार्ता में ममता ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि वह अन्य राज्यों के नेताओं से बातचीत करने के बाद ही निर्णय लेंगी। इसी कड़ी में नवीन पटनायक का नाम उन्होंने लिया था।
विधानसभा में गूंजा चिटफंड घोटाला
ओडिशा विधानसभा में दूसरे दिन ओडिशा में हुए चिटफंड घोटाले पर हंगामा होता रहा। बीजेपी के विधायकों ने चिटफंड के मुद्दे पर तो कांग्रेस के विधायकों ने किसानों की समस्याओं पर बीजेडी सरकार को घेरा। बीजेपी विधायकों ने काले कपड़े पहनकर सदन में नवीन पटनायक का विरोध किया। सदन में होहल्ला के विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने सदन स्थगित कर दिया। विपक्ष मांग प्रश्नप्रहर रद्द करके चिटफंड स्कैम और किसान समस्याओं पर चर्चा कराने की मांग की।