यह है मामला
मालूम हो कि पीडि़ता का आरोप था कि 10 अक्टूबर 2017 को स्कूल से लौटते समय उसके साथ सुरक्षाकर्मी की वर्दी पहने लोगों ने बलात्कार किया। इस घटना के बाद पूरे राज्य में आंदोलन हुए। ओडिशा बंद रहा। कुछ कथित सोशल वर्कर्स ने पीडि़ता को एससीबी मेडिकल से लाकर जनसुनवाई कार्यक्रम किया और सार्वजनिक तौर पर सवाल-जवाब का सत्र चलाया। बाद में पीडि़ता का शव उसके घर में जनवरी 2018 को संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया था।