कमल हासन की नजर में नवीन बाबू सुशासन (गुडगवर्नेंस) बाबू हैं। कमलहासन कहते हैं कि वह राजनीति में नए हैं। नवीन पटनायक से उन्हें मार्ग दर्शन मिलेगा, ऐसा सोचकर वह मिलने आए हैं। गठजोड़ के सवाल पर दोनों ही यह कहते हुए टाल गए कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। फिल्म स्टार के बाद राजनेता बने कमलहासन बोले कि नवीन पटनायक के फैन हैं। वह भी जब नए-नए राजनीति में उतरे थे, तो आलोचना बर्दाश्त करनी पड़ी, पर बाद में वह (पटनायक) नायक होकर उभरे। ऐसे लोगों से यह सीख मिलती है कि देश की राजनीति की दिशा और दशा क्या है। कमल हासन की पार्टी की नाम मक्कल नीधि मय्यम यानी न्याय का केंद्र जनता है।
उधर पार्टी के सूत्र बताते हैं कि नवीन पटनायक और कमलहासन की भेंटवार्ता पूर्वी और दक्षिण भारत में बीजेपी को रोकने के गैर हिंदी भाषी राज्यों में एक राजनीतिक अध्याय की शुरुआत है। इससे पूर्व नवीन पटनायक ने तमिलनाडु में ओडिशा भवन का उद्घाटन किया और निवेशकों के सम्मेलन को संबोधित किया। वह मेक इन ओडिशा के लक्ष्य के तहत मुंबई, दिल्ली के बाद चेन्नै में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दो लाख करोड़ का निवेश ओडिशा में इन प्रयासों के चलते संभव है। कुल प्रोजेक्टों में 65 प्रतिशत प्रोजेक्टों पर क्रियान्वयन शत प्रतिशत संभव है।
नवीन ने औद्योगिक बुनियादी ढांचा की उपलब्धता का भी विवरण प्रस्तुत किया। राज्य में 250 स्टार्टअप कम्पनियां पंजीकृत करा चुकी हैं। मेक इन ओडिशा कान्क्लेव 11 से 15 नवंबर तक होगा। चेन्नइ निवेशक सम्मेलन में फिक्की के रफीक अहमद, राम्को ग्रुप चेयरमैन पीआरवी राजू, श्रीराम ग्रुप चेयरमैन आर. थियेगाराजन, एमडी चेट्टिनाद ग्रुप एमएएमआर मुथैया, टीएसडीपीएल एमडी अब्राहम स्टीफेंसो, ओडिशा के उद्योग मंत्री अनन्त दास ने भी निवेशकों को संबोधित किया। निवेशक सम्मेलन से पूर्व रोड शो भी आयोजित किया गया।