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ओडिशा में वकीलों की हड़ताल समाप्ति को सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग

locationभुवनेश्वरPublished: Sep 30, 2018 07:43:07 pm

मिश्र ने कहा कि वकीलों की उचित मांगों की तरफ न तो ओड़िशा सरकार या और न ही न्यायपालिका ध्यान दे रही है…

suprime court file photo

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(भुवनेश्वर): बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया ने ओड़िशा हाईकोर्ट के वकीलों की हड़ताल समाप्त करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की। बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष मनन मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा व अन्य वरिष्ठ जजों को लिखे पत्र में ओड़िशा सरकार के अड़ियल रवैये की निंदा करते हुए राज्य सरकार को उचित निर्देश देने की मांग की।


मिश्र ने कहा कि वकीलों की उचित मांगों की तरफ न तो ओड़िशा सरकार या और न ही न्यायपालिका ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि वकीलों की हड़ताल बीते 28 अगस्त से चल रही है। न्यायिक कामकाज ठप्प पड़ा है। जनता परेशान है। बार कौंसिल अध्यक्ष मिश्रा ने लिखे पत्र में मांग की है कि इस प्रकरण पर हाइकोर्ट के जज या रिटायर जज की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी गठित की जाए।


इसमें कौंसिल, बार अस्सोसिएशन व वरिष्ठ वकीलों का भी प्रतिनिधित्व हो। यह कमेटी तीन दिन के भीतर रिपोर्ट दे, जिस पर कार्रवाई सुनिश्चत की जाए। ओड़िशा हाईकोर्ट वकीलों की मुख्य मांग यही है कि वरिष्ठ वकील देवी प्रसन्न पटनायक की पिटाई करने वाले पुलिस कर्मी की गिरफ्तारी की जाए।

 

लगभग एक महिने से जारी है हड़ताल

बता दें कि ओडिशा हाईकोर्ट वकील लगभग एक महिने से अपनी मांग को लेकर हड़ताल कर रहे है। वकीलों ने कई तरीके से प्रदर्शन किया है। इन प्रदर्शनों से आम आदमी को पेरशानी उठानी पड़ रही है। सरकार ने अभी तक प्रदर्शन कर रहे वकीलों की सुध नहीं ली है । अपनी मांग पर डटे वकीलों ने बीते दिनों कटक स्थित हाईकोर्ट के मुख्य द्धार पर ताला जड़ दिया था । उससे पहले कटक बंद का आहान किया गया था । इस दौरान वकीलों ने हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन करते हुए सरकारी दफ्तरों में जाकर काम बंद करवाया था ।

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