मिली जानकारी के अनुसार महिला माओवादी दालमती पहारिया उर्फ माधुरी ने यहां नुआपाड़ा में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधीक्षक की कोशिशों के चलते यह आत्मसमर्पण किया गया। माओ नेताओं के सौतेले व्यवहार के कारण पहारिया ने उनका संगठन छोड़ दिया। उसका कहना है कि टीम लीडर गैर ओडिया है। ऐसे ओडिया के माओवादी काडर के प्रति उसका नजरिया अलग है।
मिलेगा योजना का लाभ
दालमती का कहना है कि वह एक सामान्य महिला की तरफ जीवन जी रही थी। उसे जबरन माओवादी बनाया गया। पहारिया एक लाख की इनामी माओवादी थी। सीपीआई (माओवादी) की मेनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन के लिए काम कर रही थी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि माओवाद छोड़कर आए काडरों को पुनर्वासित करने की योजना का लाभ पहारिया को दिलाया जाएगा।