उन्होंने इससे पहले शक्ति प्रदर्शन के लिए जगतसिंहपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन किया था। इस सम्मेलन में बीजद नेताओं ने शिरक़त नही की थी। पूर्व सांसद बैजयन्त पंडा ने हालांकि दामोदर से शिष्टाचार भेंटवार्ता की थी, पर सम्मेलन से किनारा कर लिया। दामोदर राउत खुद को सियासी बियाबान में झंडा तलाशते हुए महसूस कर रहे थे। चुनाव निकट होने के कारण भी उन्हें अपने राजनीतिक पत्ते खोलने की जरूरत थी। ऐसे में जल्दी पार्टी घोषित करने अलावा उनके पास विकल्प ही नहीं था। मीडिया को बुलाकर उन्होंने बीजू समता क्रांति दल की घोषणा कर दी।