बीजेपी में तो यहां तक चर्चा जारी है कि ओडिशा में मुख्यमंत्री का चेहरा और कौन हो सकता है, इसको लेकर भी दबी जुबान से चर्चा की जा रही है। बीजेडी के नेता राज्य में सरकार बनना पक्का मानकर चल रहे हैं। यहां पर चर्चा है कि एग्जिट पोल के बाद लोकसभा में बीजेपी की आंधी में कितनी सत्यता हो सकती है। पार्टी के लोग इस बात से आश्वस्त है कि केंद्र में सरकार बनाने के दौरान नवीन पटनायक की भूमिका अहम हो सकती है।
ओडिशा के स्थानीय मीडिया हाउस से सर्वे एजेंसी के साथ मिलकर जो एग्जिट पोल किया है। हालांकि बीजेपी ओडिशा में एंटीइंकंबेंसी को फैक्टर मानकर विधानसभा में ज्यादा सीटें लाने का दावा कर रही है। यही नहीं पार्टी का दावा है कि मोदी जी के नाम पर पार्टी को बहुत वोट मिला है तो विधायक और सांसद भी उसी अनुपात में जीतेंगे, बीजेडी के लोग कहते हैं कि बीजेपी का राज्य में ग्राफ गिरा है। नतीजे 2014 के चुनाव की तरह ही होंगे। वहीं कांग्रेस एग्जिट पोल को फर्जी बताकर 23 के रिजल्ट पर टकटकी लगाए है।
एग्जिट पोल को देखे तो तस्वीर कुछ ऐसी उभरती है। लोकसभा चुनाव में 21 सीटों में से बीजेडी को 6 से 9 सीटें मिलती दिखायी जा रही हैं तो बीजेपी को 8 से 12 सीटें। वहीं कांग्रेस को एक सीट पर ही संतोष करना पड़ सकता है। 2014 में तो कांग्रेस के पास यहां से एक भी सीट नहीं थी। विधानसभा की ओडिशा में 147 सीटें हैं। विधानसभा चुनाव की तस्वीर देखें तो कुल 147 सीटें विधानसभा में हैं। बीते 2014 में बीजेडी ने 117 जीती थी जबकि बीजेपी ने 10 और कांगेस ने 16 सीटें थी बाकी अन्य ले गए। अबकी यानी 2019 में बीजेडी को 85 से 95 मिलने की संभावना जतायी जा रही है। बीजेपी को 25 से 34 सीटें मिलने का अनुमान है। कांग्रेस को 12 से 15 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में एक से तीन सीटें मिल सकती हैं।
अपने-अपने दावे
बीजेपी के अध्यक्ष बसंत पंडा, आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आईं भुवनेश्वर लोकसभा प्रत्याशी अपराजिता सारंगी का दावा है कि केंद्र के साथ ही बीजेपी ओडिशा में भी सरकार बनाएगी। दोनों के दावे एक्जिट पोल के साथ ही ओडिशा में बीजेपी का प्रदर्शन के आधार पर हैं।
बीजेडी (बीजू जनता दल) के प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा कि बीजेपी का केंद्र और ओडिशा में सरकार बनाने का दावा बिल्कुल काल्पनिक है। एग्जिट पोल से अति उत्साहित बीजेपी को 23 मई को पता चल जाएगा कि उनकी राजनीतिक समझ भी उनकी विचारधारा की तरह ही संकुचित है। वरिष्ट नेता प्रफुल बिवई का कहना है कि एग्जिट पोल कई बार गलत भी साबित हुए हैं।