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बच्चों के स्कूल जाने के बाद महिला ने की खुदकुशी

locationभोपालPublished: Oct 28, 2018 01:02:57 am

Submitted by:

Ram kailash napit

सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका

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भोपाल. शाहपुरा इलाके में महिला ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। महिला ने बच्चों के स्कूल जाने के बाद यह आत्मघाती कदम उठाया। महिला की 15 साल पहले शादी हुई थी। उसके दो बच्चे हैं। जानकारी के मुताबिक, शाहपुरा गांव निवासी 36 वर्षीय शीला राजपूत गृहणी थी। उसके पति बबलू उर्फ भीकम सिंह राजपूत एक साड़ी शोरूम में काम करते हैं। परिवार में एक बेटा और एक बेटी है। शुक्रवार की सुबह पति ड्यूटी पर गया था। बच्चे स्कूल चले गए। दोपहर में करीब 12 बजे शीला ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया। परिजनों का कहना कि उसे कोई मानसिक तनाव नहीं था।
छत पर रखी पानी टंकी में मिला आदिम जाति कल्याण विभाग के संयोजक का शव
भोपाल. ऐशबाग इलाके में आदिम जातिकल्याण विभाग के क्षेत्रीय संयोजक का घर की छत पर रखी पानी की टंकी में शव मिला। बताया गया कि वह पिछले दो माह से अवकाश पर थे। शनिवार सुबह वह छत में रखी टंकी में पानी देखने गए थे। पुलिस का कहना कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह का खुलासा हो सकेगा। ऐशबाग थाने की एएसआइ नर्मदा प्रसाद ने बताया कि अभिरुचि परिसर निवासी 60 वर्षीय नारायण प्रसाद आदिम जाति कल्याण विभाग, रायसेन में क्षेत्रीय संयोजक थे। सुबह सात बजे जब उनकी पत्नी मार्निंग वॉक से घर लौटी तो पति घर पर नजर नहीं आए। बेट ने भी आस-पास देखा लेकिन कहीं नजर नहीं आए। इसी बीच बेटा घर की छत पर पहुंचा तो पानी की टंकी में नारायण डूबे हुए मिले। परिजन उनको लेकर अस्पताल पहुंचे तो डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
टंकी में गिरने की हर स्तर पर जांच करेगी पुलिस
एएसआई नर्मदा प्रसाद का कहना कि टंकी के मुहाने की चौड़ाई करीब सवा-डेढ़ फीट चौड़ी होगी। ऐसे में उसमें सीधे कोई भी व्यक्ति नहीं गिर सकता। हो सकता कि नारायण प्रसाद टंकी के अंदर घुसकर सफाई कर रहे हों और इसी वक्त उन्हें अटैक आ गया हो । एएसआई ने बताया कि पानी ओवर फ्लो चल रहा था। पुलिस घटना को लेकर रि-क्रिएशन भी करा सकती है।
दो माह से अवकाश पर रहे
दो माह से नारायण प्रसाद रायसेन स्थित कार्यालय भी नहीं जा रहे थे। परिजनों ने कहा कि वह बीमार चल रहे थे। जिस कारण वह चलना फिरना नहीं कर रहा पा रहे थे। उपचार भी चल रहा था। इसी वजह से वह अवकाश ले रखा था।
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