हबीबगंज तक कोच के ऐसे ही रहे हालात
यह ट्वीट रात 1 बजे किया गया जिसके बाद भोपाल रेल मंडल ने डीआरएम झांसी को मैसेज कर इस मामले को देखने को कहा। जिसके बाद झांसी डिवीजन ने रिप्लाय किया कि ऑन बोर्ड एसीसीएम विपिन ने मौके पर जाकर देखा और बताया कि मामला एसी लीक का नहीं बल्कि बारिश का पानी ट्रेन में आने का है। बाद में यह मामला सीएंडडब्लू कंट्रोल भोपाल को भेजा गया, उन्होंने इस मामले को रेलवे के प्राइमरी डिपो को भेज दिया। यह ट्रेन सुबह हबीबगंज पहुंची तब तक इसकी हालात में सुधार नहीं हुआ था। बता दें, भोपाल एक्सप्रेस देश की पहली ऐसी ट्रेन जिसे वर्ष 2003 में पहला आईएसओ-9002 सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ था। यह ट्रेन 23 मई 1999 से संचालित हो रही है। यह ट्रेन अपनी टाइम पंक्चुएलिटी, स्पीड और मेंटेनेंस के लिए जानी जाती थी।
भोपाल एक्सप्रेस में पिछले कुछ दिनों में यात्रियों की शिकायतें आई हैं, हम इस ट्रेन को उत्कृष्ट ट्रेन बना रहे हैं इसे नया स्वरूप देने में करीब तीन हफ्ते का समय लगेगा। उसके बाद यात्रियों को किसी तरह की समस्या नहीं होगी।
– उदय बोरवणकर, डीआरएम, भोपाल डिवीजन