मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। सीबीआई जैसी संस्था में सरकार के दखल का मामला सामने आने के बाद समझा जा सकता है कि मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले में आखिर सच क्यों अब तक सामने नहीं आ पाया है। क्यों गुनहगार अब तक बचते रहे हैं।0
नाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार को प्रदेश की जनता ने विकास के लिए भरपूर मय दिया, जिसमें वो फैल साबित हुई। अब उन्हें खुद प्रदेश के विकास के लिए कुर्सी का मोह छोड़ना चाहिए। उनकी कुर्सी मोह छूट नहीं रहा है। हर चुनाव के पूर्व अगले पांच साल के सपने दिखाना उन्हें अब बंद करना चाहिए।
बार-बार कांग्रेस उठाती है व्यापमं मुद्दा
कांग्रेस पार्टी लगातार व्यापमं घोटाले का मुद्दा समय-समय पर उठाती रही है। बढ़ सकती है बीजेपी की मुश्किलें
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले कई मुद्दे छाए हुए हैं। इसमें बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, बिजली, पानी जैसे मुद्दे प्रमुख है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि लोगों की रुचि इन मुद्दों की तरफ न होकर नेताओं की जाति, परिवार में ज्यादा नजर आ रही है। इनमें vyapam एक ऐसा घोटाला रहा है जो आज भी इंटरनेट पर सबसे अधिक सर्च किए जाने वाला की वर्ड बन गया है। कांग्रेस जब-जब भी यह मुद्दा उठाती है यह सर्चिंग में आ जाता है।
इधर, सीबीआई घूसकांड के बाद कांग्रेस को सत्ता पक्ष के खिलाफ सड़क पर उतरने का एक और मौका मिल गया। वो शुक्रवार 26 अक्टूबर को देशभर में प्रदर्शन करने वाली है। इस दौरान अलग-अलग राज्यों के सीबीआई कार्यालयों पर कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन करेगी।
-2013 के विधानसभा चुनाव से पहले उठा व्यापमं का मुद्दा 2018 के चुनाव में एक बार फिर गर्म है।
-कांग्रेस रोज ही VYAPAM को लेकर भाजपा सरकार पर आरोप लगाती है।
-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को हर माह एक लाख हिट् मिल रहे हैं।
-जबकि इसके बराबर ही हिट्स कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी मिल रहे हैं। यानी इतने लोग इन नेताओं के बारे में पढ़ना चाहते हैं।
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