गुनगा इलाके में कोटरा थाना कुरावर जिला राजगढ़ निवासी धापू बाई (65) पति देवा सुखराम की सड़क हादसे में मौत हो गई। सोमवार को वे बेटे बाला प्रसाद के साथ भोपाल में रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होने आई थीं। जब वे लौट रही थी तो ग्राम रतुआ-दुपडिय़ा गांव के मेन रोड पर एक मृत कुत्ता सड़क पर पड़ा था। कुत्ते से बचने के लिए बाइक सवार ने ब्रेक लगाया तो बाइक अनियंत्रित हो गई और धापू बाई नीचे गिर कर घायल हो गई। 108 से उन्हें हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
भोपाल. राजधानी में करीब 70 इलाकें इन दिनों आवारा कुत्तों की दहशत में जी रहे हैं। नगर निगम पर डॉग बाइट या फिर कुत्तों से जुड़ी शिकायतों के आधार पर ये स्थिति सामने आई है। सबसे अधिक दहशत कटारा हिल्स से जुडे क्षेत्रों में है। इसके बाद जहांगीराबाद, करौद, छोला, भानपुर और गांधी नगर से जुड़े क्षेत्र है। कोलार में 10 क्षेत्रों में कुत्तों की दहशत है। गांधी नगर में हुई घटना के बाद ननि के अफसरों ने प्रभावित क्षेत्रों की डिटेल निकलवाई, जिसमें ये नाम सामने आए। होशंगाबाद रोड पर कटारा हिल्स से जुड़ी करीब 22 कॉलोनियों में कुत्तों के आक्रामक होने की स्थिति सामने आई है। यहां से निगम के कॉल सेंटर पर लगातार शिकायत दर्ज कराई जा रही है। पुराने शहर में 35 क्षेत्र सामने आएं हैं जहां पर कुत्तों के आतंक की शिकायत लगातार दर्ज हो रही है। अपर आयुक्त एमपी सिंह का कहना है कि शिकायत पर तुरंत कार्रवाई का कहा है। इसके साथ ही डॉग स्क्वायड को कहा गया है कि ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में बिना शिकायत भी लगातार गश्त कर धरपकड़ करें।
शहर में कुत्तों के साथ सुअर, मवेशियों समेत अन्य जानवरों की बढ़ती संख्या के साथ बढ़ते आतंक से पूरा शहर परेशान है, लेकिन निगम ने इनसे जुड़ा एक भी अलग नंबर जारी नहीं किया। अभी निगम के कॉल सेंटर 155304 पर ही कॉल कर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की जाती है, लेकिन व्यस्त होने से शिकायत दर्ज नहीं हो पाती।
जिम्मेदार नहीं करते सुनवाई
डॉग स्क्वायड का प्रभारी इफ्तेदर रसूल को बनाया है। इन्हें 9407300494 नंबर दिया गया, लेकिन ये इसे रीसिव ही नहीं करते हैं। शिकायत करने दो दिन तक कार्रवाई नहीं की जाती। स्थिति ये हैं कि यदि 74 बंगला, चार इमली, अरेरा कॉलोनी या किसी रसूखदार के माध्यम से शिकायत कॉल सेंटर पर पहुंचती है तो तुरंत डॉग स्क्वायड की टीम पहुंच जाती है।