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मौत के समय साथ हो ये चार चीजें तो यमदूत नहीं ले जाते नर्क

locationभोपालPublished: Oct 15, 2018 12:25:14 pm

Submitted by:

Ashtha Awasthi

मौत के समय साथ हो ये चार चीजें तो यमदूत नहीं ले जाते नर्क

pandit ji

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भोपाल। जो इंसान इस जीवन में आया है वह एक न एक दिन जरूर मरेगा, यह जीवन का सबसे कड़वा सच है। एक दिन हर किसी की मौत होनी है। यही विधि का विधान है कि मौत से न तो कोई बच पाया है और न ही बच सकता है। जो जीवित है उसे एक न एक दिन मरना है। जीवन में लोग धन कमाने के लिए बहुत कुछ करते है लेकिन हर किसी को एक न एक दिन सब कुछ छोड़कर मौत के गले लगना है। शहर के ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा बताते है कि किसी भी इंसान के मरने के बाद उसे स्वर्ग मिलेगा या नरक ये जीवन जीते हुए मनुष्य के द्वारा किए गए कर्मों पर आधारित होता है। कुछ लोग जीवन भर पाप करते हैं और उनकी मौत के बाद उनके परिजन बेहतर तरीके और विधि के साथ अंतिम संस्कार करते हैं, वहीं कुछ लोग अपने जीवन में ही बेहतर काम कारते हैं ताकि उन्हें यमदूत नर्क न ले जाकर स्वर्ग का मार्ग दिखाएं। जानकारों के अनुसार, अगर मौत के समय ये चार चीजें साथ हो तो यमदूत नरक नहीं ले जाते, जानिए कौन सी हैं वे चार चीजें….

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गंगाजल

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर मौत के समय मुंह में गंगाजल दिया जाए या सिर के पास रखा जाए तो उस व्यक्ति का तन-मन शुद्ध माना जाता है, जिसके कारण उन्हें यमराज का भय नही होता। यहीं कारण है कि जब भी कोई इंसान मर जाता है तो उसके मुंह में गंगाजल डाला जाता है।

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तुलसी का पौधा

माना जाता है कि अगर कोई मर जाता है तो उसके सिर के पास तुलसी का पौधा रखने से यमदूत का भय नहीं रहता। पुराणों के अनुसार, तुलसी भगवान विष्णु को काफी पंसद है, शायद यही कारण है कि ये भगवान विष्णु के सिर पर विराजित हैं।

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श्रीमद्भाग्वत गीता

हिंदू धर्म में श्रीमद्भाग्वत गीता पवित्र ग्रंथ है। ऐसी लोगों की मान्यता है कि इसके अनुसरण से व्यक्ति को बेहतर जीवन का मार्ग मिलता है। ऐसे में मौत से पहले अगर किसी व्यक्ति के सामने गीता का पाठ किया जाए तो व्यक्ति का तन और मन का मोह दूर होता है।

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रामायण का पाठ

पंडित जी बताते है कि मृत्युशैय्या पर लेटे व्यक्ति के लिए रामायण का पाठ करना काफी लाभदायक माना गया है। क्योंकि भगवान राम भी विष्णु के अवतार हैं, रामायण में विष्णु के रामावतार की कथा है, जिसे सुनने से मन आनंद से भर आता है और मृत्यु पाने वाले व्यक्ति के लिए मुक्ति की राह मिल जाती है।

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