गंगाजल
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर मौत के समय मुंह में गंगाजल दिया जाए या सिर के पास रखा जाए तो उस व्यक्ति का तन-मन शुद्ध माना जाता है, जिसके कारण उन्हें यमराज का भय नही होता। यहीं कारण है कि जब भी कोई इंसान मर जाता है तो उसके मुंह में गंगाजल डाला जाता है।
तुलसी का पौधा
माना जाता है कि अगर कोई मर जाता है तो उसके सिर के पास तुलसी का पौधा रखने से यमदूत का भय नहीं रहता। पुराणों के अनुसार, तुलसी भगवान विष्णु को काफी पंसद है, शायद यही कारण है कि ये भगवान विष्णु के सिर पर विराजित हैं।
श्रीमद्भाग्वत गीता
हिंदू धर्म में श्रीमद्भाग्वत गीता पवित्र ग्रंथ है। ऐसी लोगों की मान्यता है कि इसके अनुसरण से व्यक्ति को बेहतर जीवन का मार्ग मिलता है। ऐसे में मौत से पहले अगर किसी व्यक्ति के सामने गीता का पाठ किया जाए तो व्यक्ति का तन और मन का मोह दूर होता है।
रामायण का पाठ
पंडित जी बताते है कि मृत्युशैय्या पर लेटे व्यक्ति के लिए रामायण का पाठ करना काफी लाभदायक माना गया है। क्योंकि भगवान राम भी विष्णु के अवतार हैं, रामायण में विष्णु के रामावतार की कथा है, जिसे सुनने से मन आनंद से भर आता है और मृत्यु पाने वाले व्यक्ति के लिए मुक्ति की राह मिल जाती है।