सावरकर सेतु पर एम्स की ओर जाने वाले मोड़ पर डम्पर व कार दुर्घटना के बाद यहां लोहे की रैलिंग तो टूटी साथ ही कोई नीचे न झांके इसके लिए लगाया गया शेड भी टूट चुका है। लोहे की पट्टिया सड़क की निकल रही है। जिससे रात में बागमुगालिया की ओर जाने वाले कुछ मुसाफिर टकराए भी। उनमें से कुछ लोगों ने रात में जितना बना लोहे की राडो को दुर्घटना से बचाव को लेकर अंदर करने का प्रयास भी किया,लेकिन प्रशासन की ओर से कोई इसे दुरुस्त करने नहीं रहा है। इस ओवर ब्रिज को शुरू हुए पांच साल भी नहीं हुए है। अभी तो ठेकेदार की देखरेख में यह है इसके अलावा नगर निगम ही इसका मेंटेनेंस भी करता है। लोगों ने बताया कि पिछले माह ही ओवर ब्रिज से रंग रोगन का सौंदर्यकरण का काम किया गया था। रात में यह टूटा हिस्सा एक्सीडेंट जोन बन चुका है।
इनका कहना
-यह हिस्सा रात में खासतौर से दुर्घटना जोन बन चुका है। हमने कार दुर्घटना के कारण टूटी लोहे की रैलिंग भी कुछ लोगों की मदद से सड़क के अंदर करने की कोशिश की थी, लेकिन वह पूरी तरह अंदर नहीं हुई है। इसके लिए सभी जिम्मेदारों को इसकी शिकायत भी की है,लेकिन कोई नहीं आया। यहां से कॉलोनी जाने वाले रोज गुजरते है।
-उमाशंकर तिवारी, अध्यक्ष, बागमुगालिया एक्सटेंशन
-वहां जो शेड टूट गया था, उसे तो हटा लिया गया था। जो हिस्सा टूटा है, उसे यथा स्थिति में करने के लिए प्रस्ताव जरूर भेजा होगा। मैं इसे दिखवा लेता हूं।
-हरीश गुप्ता, प्रवक्ता, नगर निगम