पंडित सुनील शर्मा के अनुसार ज्योतिष में में सूर्य ग्रह का विशेष महत्व है। और इसी के आधार पर सूर्य कुंडली का निर्माण होता हे। दरअसल हिन्दू-धर्म में सूर्य को देवता का स्वरूप मानकर इसकी आराधना की जाती है।
हिन्दू-ज्योतिष @Astrology में सूर्य ग्रह जब किसी राशि में प्रवेश करता है तो वह धार्मिक कार्यों के लिए बहुत ही शुभ समय होता है। इस दौरान लोग आत्म शांति के लिए धार्मिक कार्यों का आयोजन कराते हैं तथा सूर्य की उपासना करते हैं।
वहीं वैदिक ज्योतिष @VedicJyotish के अनुसार सूर्य को तारों का जनक माना जाता है। पृथ्वी से सूर्य की दूरी क्रमशः बुध और शुक्र के बाद सबसे कम है। हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में सूर्य को समस्त जीव-जगत का आत्मा स्वरूप माना गया हैं। इसके द्वारा व्यक्ति को जीवन, ऊर्जा एवं बल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष में सूर्य ग्रह को आत्मा का कारक कहा गया है।
रंग: केसरिया – रत्न: माणिक्य
प्रचलित मान्यता के अनुसार सूर्य महर्षि कश्यप के पुत्र हैं। माता का नाम अदिति होने के कारण सूर्य का एक नाम आदित्य भी है। इसके चिकित्सीय और आध्यात्मिक लाभ को पाने के लिए लोग प्रातः उठकर सूर्य नमस्कार करते हैं। हिन्दू—पंचांग के अनुसार रविवार का दिन सूर्य ग्रह के लिए समर्पित है जो कि सप्ताह का एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है।
विभिन्न राशियों में सूर्य की चाल के आधार पर ही हिन्दू-पंचांग @HinduPanchang की गणना संभव है। जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है तो उसे एक सौर माह कहते हैं। राशिचक्र में 12 राशियां होती हैं। अतः राशिचक्र को पूरा करने में सूर्य को एक वर्ष लगता है।
सूर्य सिंह राशि का स्वामी है और मेष राशि में यह उच्च होता है, जबकि तुला इसकी नीच राशि है। ताकतवर सूर्य के असर:
लक्ष्य प्राप्ति, साहस, प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता, सम्मान, ऊर्जा, आत्म-विश्वास, आशा, ख़ुशी, आनंद, दयालु, शाही उपस्थिति, वफादारी, कुलीनता, सांसारिक मामलों में सफलता, सत्य, जीवन शक्ति आदि @Astrologynews को प्रदान करता है।
अहंकारी, उदास, विश्वासहीन, ईर्ष्यालु, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित, क्रोधी आदि बनाता है। सूर्य का वैदिक मंत्र:
ॐ आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च।
हिरण्ययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन्।।
ॐ घृणि सूर्याय नमः।। सूर्य का बीज मंत्र :
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार वैदिक ज्योतिष @AstrologyArtical में सूर्य को नवग्रहों के राजा की उपाधि दी गई है। यह आत्मा, पिता और सरकारी सेवा का कारक माना जाता है। सूर्य को सिंह राशि का स्वामित्व प्राप्त है।
सूर्य आपकी राशि से दसवें भाव में संचार होने जा रहा है। इससे मेष राशि वालों के लिए भूमि या वाहन का सपना साकार होगा। मान- सम्मान में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यवसाय में विस्तार और लाभ होगा। सूर्य के मकर राशि में गोचर करने से मेष राशि के जातकों की प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आप खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे।
2. वृषभ राशि –
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश नौकरी में उन्नति प्रदान करेगा। विवादों से मुक्ति मिलेगी। आप जो मुकाम तय करेंगे, वहां तक पहुंचने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ पाएंगे। हर काम में सफलता मिलेगी।यह समय शुभ रहेगा।
सूर्य के मकर राशि में गोचर करने की वजह से मिथुन राशि के जातकों की ऊर्जा और मनोबल में कमी आएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कोई भी कार्य करने से पहले अच्छे से सोचें और फिर आगे बढ़ें। रोजगार प्राप्ति का हर्ष होगा। तीर्थ यात्रा का विचार।
मकर राशि में सूर्य का विचरण सातवें घर में होने से खर्चों में बढ़ोतरी होगी। विरोधी पक्ष से सावधान रहें। अटके कार्य की पूर्ति होगी। कर्क राशि के जातकों के आचरण और व्यवहार में कड़वाहट और चिड़चिड़ापन बढ़ेगा। व्यावसायिक स्थिति सामान्य।
5. सिंह राशि –
सूर्य का छठें घर में जाना अदालती कामों में सफलता दिलाएगी। किसी विवाद में समझौता हो सकता है। संपत्ति में वृद्धि होगी। कार्यस्थल में कामयाबी पाने के लिए कड़ी मेहनत और सार्थक प्रयास करने होंगे। धर्म में रुचि रहेगी। सिंह राशि के जातक अपनी सेहत का खास ख्याल रखें।
सूर्य के मकर राशि में होने वाले गोचर के प्रभाव से उनकी यह मनोकामना पूरी होगी मान-सम्मान बढ़ेगा। ऋण में कमी आएगी। कार्य स्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके रिश्ते मधुर होंगे। अपने श्रम से आर्थिक उन्नति होगी।
इच्छा की पूर्ति होगी। नौकरी में पदभार बढ़ सकता है। वरिष्ठ अधिकारी के साथ हुई ग़लतफहमी को दूर करने की कोशिश करेंगे। व्यवसाय में लाभ। सूर्य के मकर राशि में संचरण करने की वजह से तुला राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन में अशांति रहेगी।
आपके अंदर उत्साह व ऊर्जा बरकरार रहेगी और आप हर चुनौती का सामना धैर्य के साथ करेंगे, लेकिन नौकरी में वरिष्ठों से सचेत रहें। जमा पूंजी में वृद्धि होगी। व्यावसायिक लाभ होगा। वृश्चिक राशि के जातक अति आत्म विश्वासी होने से बचें।
व्यवसाय में सामान्य लाभ मिलेगा। कार्यक्षेत्र में मतभेदों से बचें। शिक्षा में रुचि रहेगी। सूर्य का मकर राशि में होने वाला गोचर धनु राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा, इस दौरान आपको आर्थिक फायदे होंगे। सेहत का ध्यान रखें।
सूर्य का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है ऐसे में नौकरी में श्रम की अधिकता रहेगी। मानसिक द्वंद्व बना रहेगा। लंबे समय से गोपनीय रही कोई बात या कोई चीज सबके सामने आ जाएगी हालांकि यह आपके जीवन में बड़ा बदलाव लेकर आएगी। विदेश यात्रा संभव। सूर्य को जल चढ़ाएं।
सूर्य के मकर राशि में गोचर करने के फलस्वरूप कुंभ राशि के जातक लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। नौकरी में वरिष्ठों से सचेत रहें। जमा पूंजी में वृद्धि होगी। व्यावसायिक लाभ होगा।
12. मीन राशि-
सूर्य का मकर राशि में गोचर मीन राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहने वाला है। कार्य स्थल पर किए गए पूर्व के प्रयासों का फल मिलने से शोहरत मिलेगी। आरोग्य सुख उत्तम रहेगा। आर्थिक क्षेत्र में विस्तार। विरोधी पक्ष पर दबाव बना रहेगा।