जागो जनमत टीम ने लोकतंत्र के इस महापर्व की महत्ता से सभी को रूबरू कराने के साथ ही मतदान करने की शपथ दिलाई।
इस मौके पर प्रवीण उपाध्याय, रमेश गुप्ता समेत अन्य मतदाताओं ने संकल्प लिया कि 28 नवंबर को मतदान करेंगे, बल्कि अपने सभी परिचितों को मतदान के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही बुजुर्गों को मतदान केंद्र तक लाने ले जाने के लिए अपनी ओर से व्यवस्था करेंगे।
उपस्थितजनों ने राजनीति से ऊंच-नीच का भेद खत्म करने होने पर ही जात-पात को दूर किए जाने की बात कही। साथ ही स्वच्छ राजनीति के लिए योग्य प्रत्याशियों के चयन का भरोसा दिया।
इस अवसर पर जागो जनमत रथ से वीवीपैट के बारे में विस्तार से बताया गया। वीवीपैट के जरिए मतदाता अपनी पसंद के जिस प्रत्याशी को वोट देगा उसकी पुष्टि मतदान केंद्र पर ही की जा सकेगी।
छ्व के मेरा वोट मेरा संकल्प कार्यक्रम में आप भी हिस्सा लें… अपने मोबाइल में द्गद्यद्गष्ह्लद्बशठ्ठ. श्चड्डह्लह्म्द्बद्मड्ड.ष्शद्व पर जाकर डिजिटल संकल्प भरें।
समाज को जोडऩे का काम करें जनप्रतिनिधि
Q. जात-पात की राजनीति का क्या नुकसान है, इसे खत्म करने के क्या कदम उठाया जाएं?
विजय पाठक: ऊंच-नीच का भाव खत्म होने से ही जात-पात खत्म होगा। न तो राजनीति को पढ़ा जा रहा है और न ही ग्रंथों को। जो घटित हो रहा है, उसे ही जी रहे हैं। राजनीति में विकृति आई है। यह समाज को बांट रही है। अच्छे नेताओं का राजनीति में आना बेहद आवश्यक है।
Q. जनप्रतिनिधि की सक्रियता कितनी है, उनकी किस तरह की भूमिका पिछले चुनावों में रही?
प्रवीण उपाध्याय: जनता का दर्द समझते हैं। क्षेत्र में बेहतर विकास कार्य हुए हैं।
Q. पार्टियां घोषणा करती हैं,
फिर मुकर जाती हैं, क्या सिस्टम हो जिससे इसे ठीक किया जा सके?
पंकज जैन: निष्पक्ष भाव से पार्टियां जनता से वादे करें, तो मुकरने का सवाल ही नहीं उठेगा। पार्टी के बजाय व्यक्ति का चयन करें और किए गए वादों को देखें।
Q. क्षेत्र में स्कूल, अस्पताल, हरियाली की क्या स्थिति है?
हरिदत्त कटियार: काटजू अस्पताल का विस्तार हो रहा है। सूरज नगर में काम होना बाकी हंै। पर्यावरण की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है। टीटी नगर में हरियाली कम होने से दूसरी जगह पौधे लगाए जाएं। ताकि पर्यावरण संरक्षित रहे।
तीन महीने में प्रतिनिधि का मूल्यांकन
उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कफ्र्यू वाली माता मंदिर के पास जागो जनमत रथ पहुंचा। यहां लोगों ने काबिल प्रत्याशियों को चुनने का संकल्प लिया। मेडिकल स्टोर संचालक राजेश वर्मा सोनी ने कहा कि जातिवाद की राजनीति से जनता में भय है। पहले ऐसा नहीं था। इसलिए जातिवाद की राजनीति करने वालों को सिरे से नकारने की जरूरत है।
डॉ. रमेश माधव ने कहा कि नेताओं की सक्रियता सिर्फ चुनाव में ही दिखाई देती है। चुनाव जीतने के बाद गायब हो जाते हैं। इसे रोकने के लिए हर तीन महीने में विकास कार्यों का विश्लेषण किया जाना चाहिए। रिजवानउद्दीन अंसारी का कहना है कि बैल्जियम में मतदान अनिवार्य है। हमारे यहां भी ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए। जो लोग मतदान नहीं करते हैं उन्हें हक नहीं है कि व्यवस्था पर सवाल उठाएं। एमएल सोनी का कहना है कि पहले राजनीति में जातिवाद का असर नहीं था।
डॉ. शंकर दयाल शर्मा और शाकिर अली साथ बैठते थे। जैसे-जैसे लोग जागरूक होते जाएंगे, जातिवाद का असर कम होता जाएगा। अनिल डोंगरे ने कहा कि जनप्रतिनिधि क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते हैं। शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं की जाती। मनोहर आडवाणी ने योग्य जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान में भागीदारी करने को जरूरी बताया।