शिवराज ने कहा, 2008 में 38 प्रतिशत वोट मिले और 143 सीटें मिली, इस बार 41 प्रतिशत वोट मिले, लेकिन 109 ही सीटें मिलीं। हमारा मानना है कि बाकी दलों में जो वोट बंटने थे वो बंटे नहीं और कांग्रेस के पास आ गए। शिवराज ने कहा कि हम कांग्रेस को काम करने का पूरा मौका देंगे। मैं उनका प्रदेश के विकास में सहयोग भी करूंगा, लेकिन कांग्रेस ने अपने वचन पूरे नहीं किए और गड़बडिय़ां की तो फिर प्रखर विरोध भी करेंगे। शिवराज ने कहा, अगर उन्हें बुलावा आएगा तो वे कमलनाथ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जरूर जाएंगे।
शिवराज ने कहा, हमारी सरकार ने जीडीपी के हिसाब से तय सीमा के भीतर ही कर्ज लिया था। प्रदेश की आर्थिक स्थिति भी खराब नहीं है। संघ की शाखाओं पर प्रतिबंध के मामले में बोले- अगर वो ऐसे कदम उठाएंगे तो उसके परिणाम भुगतने को भी तैयार रहें। शिवराज ने कहा कि वे धान के दाम गिर जाने और किसानों की हालत खराब होने के मामले में शिवराज ने कहा कि वे शपथ ग्रहण के बाद कमलनाथ से मिलेंगे।