आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त रखी गई है। विभाग द्वारा जारी नियमावली के अनुसार उपयंत्री के लिए आवेदक ने हाइस्कूल, हायर सेकंडरी परीक्षा के साथ संबंधित अभियांत्रिकी विषय में तीन वर्षीय डिप्लोमा उत्तीर्ण किया हो या फिर उच्च योग्यता हो।
इसमें कहीं पर भी डिप्लोमा के साथ उच्च योग्यता की बात नहीं कही गई है। अभ्यर्थियों को इसी नियम ने दुविधा में डाल दिया है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि वे हां पर टिक करते हैं तो यह एक तरह से गलत जानकारी देना हुआ। और न पर टिक करते हैं तो ऑनलाइन फार्म ही नहीं भर पा रहे। कम्प्यूटर उन्हें फार्म भरने की अनुमति ही नहीं दे रहा है। एेसे में वे दुविधा में फंस गए हैं। हमारी इस समस्या का निराकरण कोई नहीं कर रहा है।
इस संबंध में जब पीइबी के परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया से बात की गई तो उन्होंने पीइबी को केवल परीक्षा कराने वाली संस्था बताकर पल्ला झाड़ लिया। नियमों के बारे में उनका कहना है कि हो सकता है उपयंत्री के लिए केवल डिप्लोमा मांगा जा रहा हो। इंजीनियरिंग वाले छात्र उन्हें चाहिए ही न हो, हालांकि सही क्या है उन्हें जानकारी नहीं।
– अभय प्रताप सिंह, अभ्यर्थी मैं नौकरी छोड़कर इंजीनियर बनने के लिए तैयारी कर रहा हूं। यदि गलत जानकारी भरने से मेरा फार्म रिजेक्ट हो गया तब क्या होगा।
– जय यादव, अभ्यर्थी
– सुनील प्रजापति, अभ्यर्थी