शुरू में तो ब्रिज निर्माण कार्य तेजी से चल रहा था, एक ओर पीडब्ल्यूडी तो दूसरी ओर रेलवे अपने ट्रेक पर ब्रिज बनाने के काम में जुटा था,लेकिन कुछ महिने से काम में पहले जैसी तेजी दिखाई नहीं दे रही है। निर्माण कार्य के चलते आसपास के क्षेत्र में धूल, मिट्टी, गड्ढे और गंदगी से दो-चार हो रहा है।
-यह क्षेत्र हुए प्रभावित
फाटक के बंद होने से ऐशबाग स्टेडियम से लगा क्षेत्र, जनता कॉलोनी, हाउंसिंग बोर्ड कॉलोनी, उमरावदूल्हा बाग, चाणक पुरी कॉलोनी, अमन कॉलोनी, नवीन नगर, अमन कॉलोनी, महामाई का बाग आदि सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इतना ही नहीं सिटी के मुख्य मार्ग से फाटक लगा होने के कारण अधिकांश विकास कार्य भी इस ओर हुए थे, जो अब बर्बाद होने से यहां के रहने वाले भी परेशान है।
इनका कहना
पातरा अंडर ब्रिज पर जाम लगने के कारण अधिकांश पैदल चलने वालें तो रेलवे ट्रेक को क्रास करके दूसरी ओर जाते है। ब्रिज शुरू होने पर ही इस क्षेत्र के लोगों को सीधे जाने की सुविधा मिलेगी। निर्माण की धीमी रफ्तार लोगों को खल रही है।
अंश साहू, रहवासी
भूमि पूजन के दौरान 18 माह में इसके बनने का दावा किया जा रहा था। अब तीन साल होने वाले है। अब भी ब्रिज आधा ही बना है। पूरे क्षेत्र को इसके बनने का बेताबी से इंतजार है। शासन को इसकी रफ्तार बढ़ानी चाहिए।
मोहम्मद चांद, रहवासी
फाटक के बंद होने से पहले तक इस क्षेत्र में मुख्य सडक़ पर दुकानें किराए पर भी नहीं मिलती थी। आज धंधा ठप्प होने से कई दुकानदार से खाली करके चले गए है। ब्रिज के बनने से अब लोगों ने फिर से इस ओर बढऩा शुरू कर दिया है।
दिनेश माली, दुकानदार
80 फीट रोड के शुरू होने लोगों का राहत तो मिली है,लेकिन बरखेड़ी फाटक के बंद होने से यहां चालीस सालों से चल रही विकास व्यवस्था पूरी तरह उल्टी पढ़ गई है। ब्रिज बनने के बाद भी ऐशबाग क्षेत्र में रौनक लौटेगी।
सुरेश साहू, समाजसेवीं