दावा है कि पांच साल में 33 एकड़ में से 21 एकड़ जमीन खाली हो जाएगी। नगर निगम ( nagar nigam ) इस काम के लिए कंपनी को 52 करोड़ रुपए का भुगतान करेगा। प्लांट से निकलने वाले प्रोडक्ट नगर निगम के रहेंगे। पहले चरण में कचरे से कंपोस्ट बनाने का काम शुरू हुआ था। इसे एक साल का समय हो चुका है और अभी एक साल और लगेगा। इसके बाद अन्य प्रोडक्ट बनाने का काम शुरू होगा।
ग्रीन बेल्ट एरिया बनेगा: Green belt …
कंपोस्ट के बाद बचे कचरे से पेविंग ब्लॉक और बिल्डिंग मटेरियल बनाए जाएंगे। खाली होने वाली 21 एकड़ जमीन पर ग्रीन स्पेस डवलपमेंट का काम भी शुरू हो गया है। एनजीटी ने निर्देश दिए हैं कि यहां ग्रीन बेल्ट विकसित किया जाए।
धुएं से मिली मुक्ति
40 साल से भानपुर खंती में जमा कचरे के निष्पादन के लिए 300 टन क्षमता का प्लांट तैयार किया गया। इसके निष्पादन से आसपास के क्षेत्र में गंदगी और धुएं की समस्या से लोगों को मुक्ति मिलेगी। जनवरी 2017 में नगर निगम ने भानपुर खंती में कचरा डालने पर रोक लगा दी थी।
सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक: पुलिस क्वाटर्स, ई-5 बिट्टन , गिरीश कुंज, अपेक्स बैंक एफ और डी क्वाटर्स, 10 नंबर, मन्नीपुरम,रविशंकर नगर। सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक: इन्द्रलोक, ऋषिकल्प, प्रकाश नगर, भेल नगर, बसंत कुंज, भारत आजाद नगर। गोंदीपुरा, एसटीपीआई, पतंजलि कॉलोनी, ब्लेयर कॉलोनी, लेक पर्ल। सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक: मनीषा मार्केट, शाहपुरा ए-सेक्टर, रेलवे कॉलोनी विवेक अपार्टमेंट 1, 2, 3, अमलतास, बसंत कुंज, बीडीए कॉलोनी (खजूरी), एचआईजी, एमआईजी, एलआईजी, नक्षत्र इन्क्लेव।