450 रुपए में गैस सिलेंडर लेने के लिए 15 सितंबर से फार्म भरने का काम जिले में शुरू होना था, लेकिन अभी तक फार्म भरने का काम शुरू नहीं हो सका है। महिलाओं को भी इसकी कोई जानकारी नहीं है। वहीं जिन सेंटरों पर महिलाओं ने लाड़ली बहना का पंजीयन कराया था वहां भी फार्म भरने को लेकर कोई जानकारी नहीं होना बताई जा रही है। ऐसे में लाड़ली बहनाएं मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद गैस एजेंसी, कलेक्ट्रेट कार्यालय, नगरपालिका में फार्म की जानकारी के लिए भटक रही है। महिलाएं जहां पर भी पहुंच रही हैं उन्हें कहा जा रहा है कि इस संबंध में हमारे पास कोई जानकारी नहीं है।
पांच अक्टूबर तक की डेटलाइन तय
450 रुपए में सिलेंडर दिए जाने के लिए महिलाओं के फार्म भरे जाना है। जिसको लेकर कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने निर्देश दिए है कि 5 अक्टूबर तक सभी महिला हितग्राहियों के फार्म भरकर ऑनलाइन दर्ज हो जाना चाहिए हैं, लेकिन स्थिति यह है कि जिला खाद्य नागरिक आपूति विभाग ने अभी तक फार्म ही नहीं छपवाएं है और न ही ब्लॉक स्तरों पर फार्म का वितरण किया गया है। ऐेसे में 5 अक्टूबर तक 2.81 लाख लाड़ली बहनों एवं 1.92 लाख उज्जवला हितग्राहियों के फार्म भर पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
खाद्य विभाग के आपूर्ति अधिकारी केके टेकाम ने बताया कि पात्रताधारी उपभोक्ताओं को प्रतिमाह अधिकतम एक टंकी पर अनुदान देय होगा। उपभोक्ताओं को आइल कंपनी से टंकी निर्धारित फुटकर दर पर क्रय करना होगा। सरकार द्वारा निर्धारित फुटकर विक्रय दर 450 रुपए को कम करने पर शेष राशि राज्य अनुदान के रूप में शासन द्वारा लिंक बैंक खाते में अंतरित की जाएगी।
स्टेप 01-इन्हें मिलेगा सस्ता गैस सिलेंडर
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ता। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत पंजीकृत ऐसी लाड़ली बहने जिनके स्वयं के नाम से घरेलू गैस कनेक्शन हो।
स्टेप 02 -यहां होंगे पंजीयन
पंजीयन का कार्य नगरपालिका, नगरपरिषद, ग्राम पंचायतों में उन सभी केन्द्रों पर किया जाएगा, जहां पर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन किया था।
स्टेप 03-इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
आवेदिका की समग्र सदस्य आईडी नंबर, गैस कनेक्शन का प्रकार, कज्यूमर नंबर एवं एलपीजी कनेक्शन आईडी (एचपीसीएल/बीपीसीएल आईडी 17 अंकों वाला/आईओसीएल रिलेशनशिप आईडी 16 अंकों वाला)।
स्टेप 04- पंजीयन केंद्र में आवेदन जमा कर पंजीयन कराना होगा। जिसकी तत्काल ही पावती भी दी जाएगी।
– लाड़ली बहना के लिए शासन ने योजना तो शुरू की हैं लेकिन इसका लाभ योजना में शामिल होने के बाद भी नहीं मिल रहा है। पति के नाम से गैस कनेक्शन हैं जब लाभ ही नहीं मिलेगा तो योजना का क्या मतलब है।
– गंगोत्री सोलंकी, गृहणी।
– योजना शुरू की गई है तो सभी महिलाओं को इसका लाभ मिलना चाहिए। पुरुषों के नाम से अधिकांश कनेक्शन है जिससे योजना का कोई औचित्य नहीं निकल रहा है। योजना का लाभ लेने कब क्या करना है जानकारी नहीं मिल रही है।
-शोभा पाठा, गृहणी।
इनका कहना
– मैंने सभी को निर्देश जारी कर दिए हैं कि सोमवार से 450 रुपए में गैस सिलेंडर के लिए महिलाओं के पंजीयन का काम शुरू कर दिया जाएगा। निर्धारित समय-सीमा में सभी महिलाओं के फार्म भरवा लिए जाएंगे। जहां फार्म नहीं पहुंचे हैं तो वहां सीधे ऑनलाइन ही एंट्री दर्ज की जाएगी।
– अमनबीर सिंह बैंस, कलेक्टर बैतूल।
– दो दिन बाद महिलाओं के पंजीयन का काम जिले में शुरू किया जाएगा, क्योंकि अभी फार्म छपवाए जाना है। अन्य विभागों को भी पंजीयन के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। वैसे ट्रायल के तौर पर 150 महिलाओं के पंजीयन शनिवार को किए गए हैं।
– केके टेकाम, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी।
-महिलाओं को लाभ देने के लिए शासन ने योजना शुरू की हैं तो सभी महिलाओं को इसका लाभ मिलना चाहिए। सरकार महिलाओं में ही आपस में भेदभाव कर रही है। पहले भी गैस सिलेंडर में सब्सिडी सभी को मिलती थी, अभी भी मिलना चाहिए।
– राजेंद्र सिंह चौहान, अटल सेना प्रमुख बैतूल।