वृद्वाश्रम में निवास कर रहे निराश्रित वृद्वजन, विकलांग छात्रावासी बच्चे, अनाथालय मे निवास कर रहे निराश्रित बच्चे, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राही, मानसिक रूप से अविकसित बहुविलांग को आर्थिक सहायता सहित २५ कार्यों के लिए समग्र आइडी ही रहेगी। इसके लिए शासन स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गई है। जल्द ही समग्र की व्यवस्था को राजधानी सहित प्रदेश भर में लागू कर दिया जाएगा।
राजधानी में ४३० राशन दुकानें हैं जिस पर तीन लाख दस हजार छह सौ परिवार हर माह राशन लेते हैं। ये परिवार बीपीएल राशन कार्ड से राशन लेते हैं। कभी-कभी एनआइसी का सर्वर बंद होने से बिना पीओएस मशीन थंब इंम्प्रेशन के समग्र से राशन वितरित किया जाता है। एेसे में कभी-कभी राशन वितरण में देरी भी होती है। इस कार्य में रुकावट न आए और सर्वर न होने की स्थिति में उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिए राशन में कार्ड की व्यवस्था खत्म कर समग्र से राशन वितरित की तैयारी है।
समग्र आइडी से लाभ क्या है? – योजनाओं के दोहरीकरण से बचा जा सकेगा।
– हितग्राही को बैंक / पोस्ट ऑफिस के माध्यम से तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध हो जाएगी। कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाना होंगे।
– हितग्राही को बैंक / पोस्ट ऑफिस के माध्यम से तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध हो जाएगी। कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाना होंगे।
– योजना में पारदर्शिता बनी रहेगी। हितग्राहियों को जानकारी पोर्टल पर रहेगी।
– राष्ट्रीयकृत बैंकों को नागरिकों की सत्यापित जानकारी बचत खाता खोलने में सहायक साबित होगी। – हितग्राही को बार-बार आवेदन करने एवं शासकीय कार्यालयों को बार-बार के सत्यापन कार्य से मुक्ति मिलेगी।
– राष्ट्रीयकृत बैंकों को नागरिकों की सत्यापित जानकारी बचत खाता खोलने में सहायक साबित होगी। – हितग्राही को बार-बार आवेदन करने एवं शासकीय कार्यालयों को बार-बार के सत्यापन कार्य से मुक्ति मिलेगी।
ये जानकारी उपलब्ध है समग्र पोर्टल पर प्रदेश मे निवासरत सभी परिवारों और उनके सदस्यों की जानकारी को समग्र पोर्टल पर उपलब्ध करा दिया गया हैं। इसमें व्यक्ति का संपूर्ण विवरण जैसे कि नाम, पिता का नाम, माता का नाम, पति/पत्नि का नाम, आयु, जन्म दिनांक, लिंग, जाति, व्यवसाय, परिवार एएवाय, बीपीएल, धर्म, वैवाहित स्तर, शैक्षणिक स्तर, श्रमिक संवर्ग में पजीयन, पेंशन हितग्राही, विकलांगता, बचत खाते की जानकारी, भूमि की जानकारी भी समग्र पोर्टल पर उपलब्ध हैं।
नोट- खाद्य मंत्री का वर्जन आना है। फोन किया पर बात नहीं हुई