अयोध्या नगर की एक पॉश कॉलोनी निवासी पीडि़ता की मां ने बताया कि गुरुवार दोपहर 1.30 बजे जब बच्ची घर पहुंची तो वे उसे नहलाने ले गई। उन्होंने देखा कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर सूजन और खून के धब्बे हैं। पूछने पर बेटी ने बताया कि उसके साथ बस वाले अंकल ने लौटते समय सीट पर बैठे-बैठे गंदी हरकत की। यह सुन मां दंग रह गई। दोपहर करीब सवा दो बजे पति-पत्नी बच्ची को लेकर अयोध्या नगर थाने पहुंचे, जहां 5 घंटे बाद पुलिस ने एफआइआर दर्ज की।
स्कूल प्रबंधन और पीडि़त आमने-सामने
दोपहर करीब 3 बजे सागर इंटरनेशनल स्कूल से कुछ लोग थाने पहुंचे। उन्होंने तर्क दिया कि बस में वारदात नहीं हुई। बस में महिला केयर टेकर आती है। इस पर पीडि़ता की मां ने विरोध करते हुए कहा, वह सुबह बेटी को बैठाने गईं थीं, तब बस में केयरटेकर नहीं थी।
आरोपी ने कबूल किया जुर्म
एएसपी दिनेश कौशल ने आरोपी कंडक्टर से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। बोला, ड्राइवर के पीछे वाली सीट पर नजर बचाकर उसने मासूम से छेड़छाड़ की। वह करीब डेढ़ साल से बस पर काम कर रहा था। प्रथम दृष्टया पुलिस आरोपी को नाबालिग मान रही है। भानपुर के पास रहने वाले आरोपी ने उम्र 17 साल बताई है। पुलिस ने तस्दीक के लिए उसकी अंकसूची मंगाई है।
फोटो देखकर बच्ची बोली- यही हैं अंकल
पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त के लिए स्कूल से वाट्सएप पर बसों में चलने वाले सभी ड्राइवर-कंडक्टर के फोटो मंगाए। कंडक्टर का फोटो देख बालिका ने उसे पहचान लिया। बोली, हां यही अंकल हैं। इधर, घटना की जानकारी मिलने पर देर शाम बाल आयोग के अध्यक्ष राघवेन्द्र शर्मा अयोध्या नगर थाने पहुंचे और उन्होंने अफसरों से चर्चा कर घटना की जानकारी ली।
थाने में नहीं थी महिला सब इंस्पेक्टर
इससे पहले जब पीडि़ता के परिजन अयोध्या नगर थाने पहुंचे तो वहां महिला सब इंस्पेक्टर नहीं थी। आनन-फानन में अशोका गार्डन थाने से महिला सब इंस्पेक्टर को बुलाया गया, जिन्होंने बच्ची और परिजनों से बात कर प्रकरण दर्ज किया।