नाटक में केजी त्रिवेदी के निर्देशन में वल्लभ भाई पटेल से लेकर सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, रानी दुर्गावती आदि के व्यक्तित्व और बलिदान की कथाओं पर आधारित एकल नाटक प्रस्तुत किए। राज्यपाल ने आमजनों की भीड़ तथा उत्साह को देखते हुए राजभवन को आमजन के लिए 16 अगस्त तक खोलेने के आदेश दिए हैं।
भारत माता के वंदन, नित शीश झुकाया करता हूं
बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केंद्र में मंगलवार को देश भक्ति काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. जय जयराम आनंद ने की। वहीं मुख्य अतिथि डॉ. क्षमा पांडे और विशिष्ट अतिथि डॉ. गौरीशंकर शर्मा थे। इस अवसर छात्रा फाल्गुनी ने ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी… गीत सुनाया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रियल गौर ने हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन… गीत की प्रस्तुति दी। अगली कड़ी में प्रतिभा श्रीवास्तव ने ये देवभूमि ये तपोभूमि, ये भारत भूमि प्यारी है…, अशोक धमेनिया ने भारत वंदना का गीत पढ़ा। डॉ. गिरजेश सक्सेना ने मैं सैनिक हूं… गीत पेश किया। वहीं, अनिता श्रीवास्तव ने ओ मेरी बहना कभी न रोना।
मां की गोद में रहता हूं… मार्मिक गीत पढ़ा। कार्यक्रम को विस्तार देते हुए देवेन्द्र गुप्ता ने आओ नमन करें बोले वंदे मातरम, ओरीना अदा ने जो अमन ओ मसावद मोहब्बत का चमन है, लवकुमार शर्माा ने बहुत जरूरी यह संदेश पहुंचाना इंसान को… की प्रस्तुत दी। अंत में प्रतिभा अग्रवाल ने दिल दिया है जां भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए… गीत पेश किया। कार्यक्रम का संचालन नीना सोलंकी, आभार डॉ. विनिता राहुरीकर ने माना।