सवर्णों के पक्ष में गौर, बोले: सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सही
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एट्रोसिटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को सही ठहराया। बोले, फैसले के बाद सांसद सदस्यों ने यू-टर्न लेकर जमानत का अधिकार छीन लिया। इसलिए जनता में सांसदों का विरोध हो रहा है, भाजपा या कांगे्रस का नहीं। उन्होंने कहा, भाजपा तो सामान्य वर्ग के वोट से ही आगे बढ़ी है। इस पार्टी को तो ब्राह्मण-बनियों की पार्टी कहा जाता है। चुनाव में इससे भाजपा को नुकसान नहीं होगा।
भाजपा विधायक ने कहा, विदेशी ताकतें लड़ा रहीं
उज्जैन से भाजपा विधायक मोहन यादव ने कहा, कुछ लोग सवर्ण, पिछड़ा और दलित समाज को लड़ाकर फूट डालना चाहते हैं। सिमी और इस्लामिक कट्टरपंथी हिन्दू समाज को खंड-खंड करने की साजिश रच रहे हैं। सिलिकॉन वैली से फंडिंग हो रही है। मीडिया में यादव का बयान सार्वजनिक होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने उनसे चर्चा की। इसके बाद वे अपने बयान से पलट गए। उधर, यादव के बयान के बाद करणी सेना ने उनके उज्जैन स्थित दफ्तर का घेराव किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दी सफाई
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कहा है, वहीं मंशा प्रदेश सरकार की हमेशा रही है। अपराधी कोई छूटे न और निर्दोष को सजा नहीं होना चाहिए। मध्यप्रदेश में एससी-एसटी एक्ट से हमेशा न्याय मिले, यही सरकार और मुख्यमंत्री की मंशा है।
अजाक्स के प्रवक्ता विजय श्रवण ने कहा कि सीएम का बयान संविधान के विपरीत है। एक ओर वे माई के लाल का बयान देते हैं और दूसरी ओर इस तरह का। ये विरोधाभासी हैं। हम बैठक के बाद इस पर निर्णय लेंगे।
सपाक्स समाज के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी बोले, संसद से पारित और भारत सरकार की अधिसूचना जारी होने के बाद कोई सीएम कानून का पालन नहीं करने का नहीं कह सकता। यह अब पुलिस, न्यायालय व संसद का अधिकार है। जब यह कानून पारित हो रहा था, तब सीएम को कहना था। अब संसद जब तक संशोधन वापस नहीं लेती, तब तक सपाक्स समाज का आंदोलन चलेगा।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने कहा कि मुख्यमंत्री संविधान से बड़े नहीं हैं। संसद से जो कानून पारित हुआ है, उसका पालन होना चाहिए। मुख्यमंत्री समाज को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके पास झूठ बोलने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे का कहना है कि भाजपा छोटे राजनीतिक उद्देश्य के लिए जाति, वर्ग व सम्प्रदाय में वैमनस्यता का जहर घोलती है। इस बार समाज का हर वर्ग भाजपा को सबक सिखाने का मन बना चुका है। एट्रोसिटी एक्ट पर सीएम का बयान राजनीति से प्रेरित है।