लेकिन निजी मेडिकल कालेजों के दबाव व प्रभाव के चलते मामला आगे नहीं बढ़ पाया था। अब सीबीआई ने पीएमटी 2013 का चालान पेश किया तब इसमें इन कॉलेजों द्वारा 2013 में की गई गड़बड़ी का जिक्र नहीं होने के कारण डॉ आनंद राय ने सभी 200 सीटों की खरीद-फरोख्त से जुड़े दस्तावेज पेश किए हैं। इधर, एसटीएफ ने इस मामले में सभी कॉलेजों को नोटिस देकर तलब किया है।
उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने किसी अन्य व्यक्ति के हाथों नोटिस का जवाब एसटीएफ को भेजा था, लेकिन एसटीएफ ने इसे लेने से इंकार कर दिया। बुधवार को शिकायतकर्ता डॉ आनंद राय करीब 5 हजार पृष्ठ लेकर एसटीएफ कार्यालय पहुंचे। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व यानि मंगलवार को पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने भी इस मामले से जुड़े दस्तावेज एसटीएफ को दिए हैं।
आनंद राय ने बताया कि पीएमटी 2013 में अवैध तरीके से निजी मेडिकल कॉलेजों ने अवैध तरीके से प्रवेश दिया है। इससे जुड़े सभी साक्ष्य और गोपनीय जानकारी एसटीएफ को सौंपी है। वहीं, एसपी एसटीएफ राजेश सिंह भदौरिया का कहना है कि आनंद राय स्वयं दस्तावेज पेश करने पहुंचे थे। उन्हें एसटीएफ ने अभी नहीं बुलाया था।
उनके द्वारा दिए गए दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद दोनों पक्षों को बुलाया कर सुना जाएगा । सही पाए गए दस्तावेजों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को पूर्व में नोटिस दिया था, लेकिन वह जवाब देने नहीं आए।
सीबीआई ने पांच कॉलेजों को बना रखा आरोपी 2009 से 2013 तक श्री अरविंदों, चिरायू, इंडेक्स, पीपुल्स और एलएन मेडिकल कॉलेजों को आरोपी बना रखा है। इनके द्वारा करीब 750 सीटों की खरीद-फरोख्त के आरोप हैं।
इन कॉलेजों पर स्टेट कोटे की सीटों को अवैध तरीके से भरने का पहले से ही प्रकरण दर्ज हैं और 2013 का एक और प्रकरण इन पर दर्ज हो जाएगा। सीबीआई द्वारा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया था, लेकिन पीएमटी 2013 में अवैध तरीके से सीटें भरने संबंधी दस्तावेज एसटीएफ को मिले हैं।
अब आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज भी इसमें आरोपी बनाया जा सकता है। इन सभी निजी मेडिकल कॉलेजों पर पीएमटी 2013 का एक और मामला दर्ज हो जाएगा।