3 नाम का बना पैनल फिर नहीं हो रही कुलपति की नियुक्ति
NSUI छात्रों ने बताया कि कुलपति के नियुक्ति को लेकर तीन नामों का पैनल बनाया गया है। इसके बावजूद कुलपति के नियुक्ति को लेकर देरी की जा रही। कुलपति के नहीं होने से विश्वविद्यालय के कई काम अटके हैं। वहीं हज़ारों विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले पा रहे और डिग्री भी नहीं दी जा रही। ऐसी स्थिति में विश्वविद्याल से जुड़े प्रशासनिक काम भी प्रभावित हो रहा।
दो सप्ताह से लगा धारा 52
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में धारा 52 लगे दो सप्ताह हो चुके हैं, लेकिन कुलपति की नियुक्ति को लेकर अब तक सस्पेंस खत्म नहीं हुआ। यह स्थिति राज्य शासन और राजभवन के बीच तालमेल नहीं बैठने से हुई है। कुलपति के लिए शासन ने उम्मीदवारों के नाम की पैनल की फाइल भेजी थी, मगर राजभवन ने उसे भी लौटा दिया। नियुक्ति अटकने से विश्वविद्यालय में शैक्षणिक-वित्तीय और प्रवेश व्यवस्था गड़बड़ा गई है।
कुलपति के नाम पर नहीं बन रही सहमति
24 जून को शासन ने विश्वविद्यालय में धारा 52 लगाकर कुलपति को बर्खास्त कर दिया, मगर अब तक कुलपति तय नहीं हुआ। इस बीच शासन ने एक दर्जन से अधिक नाम राजभवन के सामने रखे। इनमें इंदौर, उज्जैन और जबलपुर के शिक्षाविद् के नाम थे, लेकिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को एक भी नाम पसंद नहीं आया। इस कारण उन्होंने किसी पर भी मंजूरी नहीं दी।