गजराज के भाई कमलसिंह ने बताया कि रात करीब 1 बजे 14 साल की रिशिका ने जलन और सीने में दर्द की शिकायत बताई तो हम लोग उसे तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां कुछ देर बात उसकी मौत हो गई। डॉक्टर ने बताया कि इसे सांप ने डसा है। इस दौरान पूरा परिवार रिशिका के सदमे में ही था, लेकिन सुबह 7 बजे करीब दूसरे कमरे में सो रही 10 साल की साधना के मुंह से झाग आने लगा, सब घबरा गए और समझ आ गया कि इसे भी सर्प ने डसा है, उसे अस्पताल ले गए तो उसकी भी मौत हो गई। कमलसिंह के अनुसार इस दौरान कमरे में गजराज सिंह का छोटा बेटा रितिक सो रहा था, परिवार वालों के उस समय होश उड़ गए जब रितिक के सिरहाने उन्होंने करीब ढाई-तीन फीट की नागिन को बैठे देखा। किसी तरह झपटकर रितिक को बिस्तर सहित खींचा और बचाया। अन्यथा वह भी नागिन का निशाना बन जाता। सोमवार की दोपहर बाद दोनाें बहनों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया। इस घटना से केवल गजराज सिहं का घर ही नहीं पूरा गांव दहशत में है। सर्प विशेषज्ञ को भी परिजनों ने बुलाया था, लेकिन तब तक नागिन भाग चुकी थी।
सांप के बच्चे फेंके थे… कमलसिंह ने बताया कि करीब 20 दिन पहले हमारे घर के पास सांप के 5-6 बच्चे एक गडढे में निकले थे, जिन्हें हमने उठाकर फेंक दिया था। इसके बाद अब यह घटना हुई है।