हर समाज को साधने उतारे नेता
भाजपा ने एक ओर सवर्ण समाज को साधने के लिए अपने ब्राह्मण-क्षत्रिय नेताआें की ड्यूटी लगाई है तो वहीं दूसरी तरफ अनुसूचित जाति-जनजाति को भी बांध कर रखने के लिए एससी-एसटी नेताआें को मैदान में उतार दिया है। वाल्मिकी महाकुंभ के जरिए पार्टी अपनी सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करने जा रही है। प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में समाज के प्रदेश से आए नेताआें को वाल्मिकी महाकुंभ में भीड़ लाने का टारगेट दिया गया। समाज के लोगों से कहा कि वे कांग्रेस के बहकावे में ना आएं और इस बार फिर भाजपा के लिए काम करे।
भाजपा ने एक ओर सवर्ण समाज को साधने के लिए अपने ब्राह्मण-क्षत्रिय नेताआें की ड्यूटी लगाई है तो वहीं दूसरी तरफ अनुसूचित जाति-जनजाति को भी बांध कर रखने के लिए एससी-एसटी नेताआें को मैदान में उतार दिया है। वाल्मिकी महाकुंभ के जरिए पार्टी अपनी सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करने जा रही है। प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में समाज के प्रदेश से आए नेताआें को वाल्मिकी महाकुंभ में भीड़ लाने का टारगेट दिया गया। समाज के लोगों से कहा कि वे कांग्रेस के बहकावे में ना आएं और इस बार फिर भाजपा के लिए काम करे।
कमलनाथ प्रदेश में हिंसा फैलाने का काम कर रहे इधर, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश में हिंसा फैलाने और माहौल बिगाडऩे का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ प्रदेश को आतंक और अराजकता के माहौल में धकेलना चाहतें है। रामेश्वर ने कहा, कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान पर आगे भी हमले होने का जो बयान दिया है वह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस अब चुनाव मं हिंसा के रास्ते पर उतर आयी है।