जबकि, दिमनी विधायक बलबीर सिंह दंडौतिया का नाम सूची में नहीं है। इनके साथ लाल सिंह केवट सबलगढ़, संजीव सिंह कुशवाह भिंड, लाखन सिंह यादव सेवढ़ा, प्रागीलाल जाटव करैरा, बालकृष्ण महोबिया अशोकनगर, पुष्पेंद्र अहिरवार चंदला, रामबाई परिहार पथरिया, डेलन सिंह धुर्वे जबेरा, छंगेलाल कोल अमरपाटन, रामलखन सिंह पटेल रामपुर बघेलान, रामगरीब कोल सिरमौर, पंकज सिंह पटेल सेमरिया, सीमा सिंह देवतालाब, अशोक पैगाम चितरंगी, अवध प्रताप सिंह धौहनी, मोहदल सिंह पाव जैतपुर, शिवप्रसाद कोल बांधवगढ़, गोविंद पटेल बहोरीबंद और बबीता गोटिया को सिहोरा से प्रत्याशी बनाया है।
हमें सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने के निर्देश मिले हैं। बाकी सीटों पर भी जल्द ही उम्मीदवार घोषित कर देंगे। गठबंधन पर कुछ नहीं कह सकते।
– प्रदीप अहिरवार, प्रदेश अध्यक्ष, बसपा
गठबंधन की संभावनाएं हैं। समय पर फैसला होगा, प्रदेश में 230 सीटें हैं। अभी तो सिर्फ 22 सीटों पर ही बसपा ने उम्मीदवार घोषित किए हैं।
नरेंद्र सलूजा, कमलनाथ के मीडिया समन्वयक
कोर्ट जाएगी कांग्रेस, लगाया आरोप
भाजपा बच्चों की स्कॉलरशिप से कर रही चुनाव प्रचार
इधर, कांग्रेस अब सरकार के पिछड़ा वर्ग महाकुंभ के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी में है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ओबीसी वर्ग को लुभाने के लिए सरकार विभाग का फंड खर्च कर रही है। पिछड़े वर्ग के बच्चों की स्कॉलरशिप का पैसा अपने राजनीतिक में भाजपा के प्रचार के लिए कर रही है। सागर और सतना में करोड़ों रुपए खर्च किए हैं।
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के आदेश के अनुसार विभाग महाकुंभ का आयोजन करेगा, लेकिन इसमें भागीदारी भाजपा के ओबीसी मोर्चा की रही है। इस वित्तीय वर्ष में विभाग को 992 करोड़ का बजट मिला है, जिसे स्कॉलरशिप और छात्रावासों पर खर्च किया जाना है। कांग्रेस ने भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ और जनआशीर्वाद यात्रा पर भी आपत्ति जताई है।
बच्चों की स्कॉलरशिप का पैसा चुनाव में खर्च करने वाली सरकार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत के साथ ही कोर्ट जाएंगे।
– भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, पोल-खोल अभियान समिति, कांग्रेस
ओबीसी के कल्याण के लिए सरकार कार्यक्रम करती है। वित्त विभाग से पैसा मांगा जाएगा।
ललिता यादव, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री